agusta westland: भाजपा को मौका मिला
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: संसद में कई मुद्दों पर भाजपा को घेरने वाली कांग्रेस अगस्ता वेस्टलैंड पर खुद ही घिर गई है. हाल ही में इटली की एक अपीलीय अदालत में भारत को अगस्ता वेस्टलैंड डील में उशके पूर्व प्रमुख ब्रुनो स्पागनोलिनी को सजा सुनाई है. इटली की अपीलीय अदालत ने अगस्ता वेस्टलैंड के भारत के साथ यूपीए सरकार के समय हुये डील में घूसखोरी पाये जाने के बाद यह सजा सुनाई है. इससे भाजपा को कांग्रेस पर वार करने का सुनहरा मौका मिल गया है. दूसरी तरफ कांग्रेस के अगस्ता वेस्टलैंड के भूत के फिर से जिंदा होने से जवाब देते नहीं बन रहा है. इटली की अपीलीय अदालत के फैसले के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को चुनौती भरे लहजे में कहा कि कांग्रेस साबित करे कि अगस्ता वेस्टलैंड के साथ वीवीआई हेलीकॉप्टर सौदे को लेकर रिश्वतखोरी में उसके नेता शामिल नहीं हैं. इटली की एक अदालत ने कहा है कि सौदे में भारतीय अधिकारियों को अवैध रकम दी गई थी.
प्रसाद ने कहा, “अब चूंकि रिश्वत देने वालों को दोषी ठहराया जा चुका है, तो रिश्वत लेने वालों के साथ क्या होना चाहिए? क्या पूर्व रक्षामंत्री ए.के.एंटनी इस मुद्दे पर कोई सार्वजनिक बयान जारी करेंगे. क्या वह यह बात कबूल करेंगे कि उनकी पार्टी के लोग घोटाले में शामिल हैं?”
उल्लेखनीय है कि मिलान अपीली अदालत के एक न्यायाधीश ने 225 पृष्ठों के फैसले में कहा है कि 53 करोड़ डॉलर कीमत के 12 एडब्ल्यू101 हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति का ठेका पाने के लिए इटली की कंपनी ने भारतीय अधिकारियों को रिश्वत दी
भाजपा ने गुरुवार को पूर्व रक्षामंत्री ए.के.एंटनी से स्पष्ट करने के लिए कहा कि अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे के लिए रिश्वत लेने वालों में कोई कांग्रेस नेता था या नहीं. भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि एंटनी ने सौदे में भ्रष्टाचार की पुष्टि की थी.
प्रसाद ने कहा, “अगर उन्होंने स्पष्ट किया है कि रिश्वतखोरी हुई है, तो उन्हें यह भी बताना चाहिए कि क्या इसमें कोई कांग्रेस नेता शामिल था.”
उन्होंने कहा, “रिश्वत देने वालों को दोषी ठहराया जा चुका है, फिर रिश्वत लेने वाले क्यों खामोश हैं?”
उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो की जांच को तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार द्वारा प्रभावित किया गया.
हेलीकॉप्टर सौदे की सीबीआई जांच जारी है.
मंत्री ने कहा, “सरकार को उम्मीद है कि सीबीआई मामले की जांच जल्द निपटा देगी.” उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय को इस मामले में काले धन को अवैध बनाने के आरोपों की जांच करनी चाहिए.
इटली की कंपनी फिनमेक्के निका के पूर्व प्रमुख गियुसेप ओरसी तथा अगस्ता वेस्टलैंड के पूर्व प्रमुख ब्रुनो स्पागनोलिनी को भारत को 12 हेलीकॉप्टर बेचने में भ्रष्टाचार के लिए मिलान की अपीली अदालत ने जेल की सजा सुनाई है.
ओरसी को साढ़े चार साल जेल की सजा सुनाई गई, जबकि स्पागनोलिनी को चार साल जेल की सजा सुनाई गई है.
सौदा रद्द होने से पहले तीन हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना को सौंपे जा चुके थे.
भारतीय वायुसेना ने एमआई-17 कार्गो हेलीकॉप्टर की जगह अगस्ता वेस्टलैंड को लेने की मंजूरी दी थी.
वहीं, नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने कहा था कि यह सौदा संसाधनों की बर्बादी होगी.
अगस्ता वेस्टलैंड के साथ वीवीआईपी हेलीकॉप्टर समझौता वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ए.के.एंटनी के कार्यकाल में हुआ था, जिसपर फरवरी 2010 में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार ने हस्ताक्षर किया था.
मिलान अपीली अदालत ने 225 पृष्ठों के फैसले में एक न्यायाधीश ने कहा कि 53 करोड़ डॉलर कीमत के 12 एडब्ल्यू101 हेलीकॉप्टर की आपूर्ति का ठेका पाने के लिए इटली की कंपनी ने भारतीय अधिकारियों को रिश्वत दी थी.
अगस्ता की मातृ कंपनी फिनमेक्के निका के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गियुसेप ओरसी की गिरफ्तारी के बाद समझौते पर विवाद पैदा हो गया था और उसके बाद भारत सरकार ने सौदे को 2013 में रद्द कर दिया था.
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