अस्थि कलश के बाद अब मिट्टी अभियान
रायपुर | संवाददाता: भारतीय जनता पार्टी अब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की अस्थि कलश यात्रा के बाद उनके नाम से देश के हर घर से मिट्टी एकत्र करने वाली है. इस मिट्टी को फिर ट्रकों में भर कर दिल्ली भेजा जायेगा, जहां अटल बिहारी बाजपेयी की स्मृति में स्मृति स्थल बनाया जायेगा.
भाजपा की ओर से जारी एक बयान की मानें तो छत्तीसगढ़ के सभी 90 विधानसभा के गांवों में इस ‘अटल विकास दूत कार्यक्रम’को चलाया जायेगा. इसकी आरंभिक तैयारी हो चुकी है. गुरुवार को रायपुर में सभी 90 विधानसभाओं के पदाधिकारियों की एक बैठक में संगठन के कई आयोजनों को लेकर चर्चा हुई.
चुनावी साल में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को भारतीय जनता पार्टी किसी भी हालत में छोड़ने के मूड में नज़र नहीं आ रही है. भाजपा के अलावा विपक्षी दलों में भी सम्मान के पात्र रहे भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी की अस्थियों को पहले देश भर की नदियों में बहाया गया. पंचायत स्तर पर ऐसा माहौल बनाया गया कि लोगों के समक्ष अटल बिहारी बाजपेयी की स्मृतियां साकार हो गईं.
हर घर जा कर उपहार
अब पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी के नाम पर भारतीय जनता पार्टी घर-घर जाकर मिट्टी इकट्ठी करेगी. 12 से 30 सितंबर तक ‘अटल विकास दूत कार्यक्रम’ के नाम से चलाये जाने वाले इस कार्यक्रम को लेकर सारी तैयारी पूरी हो चुकी है.
जिस तरह सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति के लिये घर-घर से भाजपा ने लोहा एकत्र किया था, उसी तर्ज पर हर घर में जा कर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता गाँव क़स्बे के एक एक घर तक पहुँचेंगे और हर घर से एक मुट्ठी मिट्टी एकत्र करेंगे.
माना जा रहा है कि इस ‘अटल विकास दूत कार्यक्रम’के सहारे भारतीय जनता पार्टी अटल बिहारी बाजपेयी के नाम पर पूरे देश में एक माहौल बनाना चाहती है. राजनीतिक गलियारों में माना जा रहा है कि अस्थि कलश यात्रा के बाद ‘अटल विकास दूत कार्यक्रम’जैसे आयोजन को लेकर जिस तरह से भाजपा तैयारी में जुटी है, उससे साफ हो गया है कि इस साल के चुनाव में अटल बिहारी बाजपेयी की स्मृतियां भाजपा का प्रमुख हथियार होगी.