प्रेम विवाह के बाद परिवार का गांव से बहिष्कार
खैरागढ़| संवाददाताः छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिले में प्रेम विवाह करने पर युवक के परिवार को सामाजिक बहिष्कार करने का मामला सामने आया है. युवक ने पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि गांव की ही एक लड़की से अंतरजातीय प्रेम विवाह करने के कारण गांव के कुछ लोगों ने उनके परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया है.
पुलिस के मुताबिक घटना खैरागढ़ से लगे ग्राम देवारीभाट की है. गांव के सुमनदास मानिकपुरी के बड़े बेटे योगेश मानिकपुरी ने इसी साल मार्च 2024 में गांव की ही लड़की से शादी किया था.
युवक ने दूसरी जाति की लड़की से शादी की थी, इसलिए गांव में इस विवाह को लेकर काफी बवाल हुआ था. गांव में सामाजिक बैठक बुलाकर पहले युवक के परिवार को 31000 रुपये का जुर्माना लगाकर दंडित किया था.
सुमनदास इस फैसले को मानते हुए दंड चुकाने के लिए तैयार हो गया, लेकिन कुछ दिन का समय मांगा था. इस पर गांव वाले भी तैयार हो गए थे.
कुछ दिन बाद अचानक गांव वाले अपने ही फैसले पर राजी नहीं हुए और 11 नवंबर 2024 को एक बार फिर गांव में बैठक आहूत की गई और मानिकपुरी परिवार को गांव से पूरी तरह बहिष्कृत कर दिया. सुमनदास मानिकपुरी ने पुलिस थाने में शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि बहिष्कार के बाद उनके परिवार को गांव के किसी भी व्यक्ति से बात करने नहीं दिया जा रहा है.
इतना ही नहीं गांव के दुकान से सामान खरीदने, कृषि कार्य के लिए मजदूर रखने और यहां तक कि नाई और राउत की सेवाएं लेने से भी रोक दिया गया.
सुमनदास का कहना है कि इस सामाजिक बहिष्कार के कारण उनका परिवार आर्थिक, मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान हैं.
उन्होंने प्रताड़ित करने वाले गांव के कुछ लोगों का नाम दर्ज कराते हुए कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.