आंध्र पुलिस ने छत्तीसगढ़ के पत्रकारों को किया गिरफ़्तार
रायपुर | संवाददाता: आंध्र प्रदेश की पुलिस ने गांजा तस्करी के फर्ज़ी आरोप में छत्तीसगढ़ के पत्रकार बप्पी राय समेत कुल 4 लोगों को गिरफ़्तार किया है.
पुलिस ने रविवार 11 अगस्त की रात 9 बजे इन सबके चिंतूरु मंडल में 15 किलो गांजा के साथ पकड़े जाने और रात 11 बजे इनके ख़िलाफ़ एफआईआर लिखे जाने का उल्लेख प्राथमिक रिपोर्ट में किया है.
चिंतुर थाना आंध्रप्रदेश के अल्लूरी सीतारामा राजू जिले में है.
यह छत्तीसगढ़ के सुकमा ज़िले से लगा हुआ है.
दर्ज़ प्राथमिकी के अनुसार रविवार की रात पुलिस, राजपत्रित अधिकारी के साथ वाहनों की जांच कर रही थी.
प्राथमिकी के अनुसार पुलिस ने देखा कि कोंटा से भद्राचलम की ओर एक कार चली आ रही थी. जिसकी जांच करने के बाद उसमें से 15 किलो गांजा बरामद किया गया.
पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज किया है. जिसमें से दो लोगों को फरार बताया है.
फर्ज़ी आरोप में गिरफ़्तारी, गृहमंत्री ने कहा-जांच होगी
दिलचस्प ये है कि अवैध रेत खदान के मामले में कोंटा गए पत्रकार और दक्षिण बस्तर पत्रकार संघ के अध्यक्ष बप्पी राय और शिवेंदू त्रिवेदी, धर्मेंद्र सिंह, मनीष सिंह को आंध्र प्रदेश की पुलिस द्वारा 10 अगस्त को ही हिरासत में लिए जाने और उन्हें फंसाए जाने की ख़बरें सोशल मीडिया में आ चुकी थीं.
शनिवार की रात को ही बस्तर के पुलिस अधिकारियों की जानकारी में यह बात लाई गई थी.
इसके अलावा रविवार को दिन में पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल ने बस्तर के आईजी पुलिस सुंदरराज पी से मुलाकात की थी.
इधर राजधानी रायपुर में भी गृहमंत्री समेत अन्य आला अधिकारियों की जानकारी में यह बात लाई गई थी कि पत्रकार बप्पी राय समेत अन्य लोगों को रेत माफ़िया के इशारे पर पुलिस फंसा रही है.
इसके बाद भी आंध्र प्रदेश की पुलिस ने, इन सबको रविवार की रात नौ बजे गांजा के साथ पकड़े जाने की फर्ज़ी एफआईआर दर्ज़ की और बप्पी राय समेत चार लोगों को गिरफ़्तारी दिखाई.
इधर छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि उनके संज्ञान में पूरा मामला आया है. मामले की जांच कराई जाएगी.
इस मामला में प्रदेश के डिप्टी सीएम अरुण साव का भी बयान सामने आया है.
उन्होंने कहा कि पत्रकार हमारे संविधान में चौथे स्तंभ के रूप में है. उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार होना चाहिए और उन्होंने जो शिकायत की है, उनके साथ जो कृत्य हुआ है, उस पर निश्चित रूप से संज्ञान में लेकर कार्रवाई करेंगे.
टीआई लाइन अटैच
इस मामले में आरोप है कि बस्तर के कोंटा के टीआई अजय सोनकर ने इस मामले में पूरी साजिश रची है.
आरोप है कि टीआई सोनकर ने आंध्र पुलिस के साथ मिलकर पत्रकारों की गाड़ी में गांजा रखवाया और गिरफ्तार करवाया.
पत्रकारों के विरोध के बाद प्रशासन ने रविवार को ही टीआई को लाइन अटैच कर दिया है.