छत्तीसगढ़ में लू से अब तक 7 की मौत
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में लू से मरने वालों का आंकड़ा सात तक पहुंच गया है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि शनिवार से राज्य के कुछ इलाकों में गरमी से राहत मिल सकती है.
हालांकि शुक्रवार को भी राज्य में गरमी का कहर जारी है. नौतपा के सातवें दिन शुक्रवार को तापमान में कोई गिरावट नहीं देखी गई. दोपहर बाद राज्य के कई हिस्सों में बादल के कारण थोड़ी राहत ज़रुर मिली.
राज्य के 16 ज़िलों में आज मौसम विभाग ने गरमी और लू के लिहाज से यलो अलर्ट जारी किया था.
राजधानी रायपुर में शनिवार को भी पारा 44 डिग्री के पार रहा.
रायपुर में शनिवार को दिन भर आंशिक रुप से बादल छाए रहेंगे, ऐसी उम्मीद जताई गई है. इसके कारण लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है.
1 जून के बाद से तापमान में हर दिन थोड़ी गिरावट की संभावना जताई गई है.
इधर राजधानी रायपुर में मानसून के 16 जून तक पहुंचने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है.
राज्य में दक्षिण-पश्चिम मानसून के 13 जून तक बस्तर प्रवेश करने की उम्मीद है और यह 21 जून तक अंबिकापुर तक पहुंचेगा.
हालांकि उससे पहले कई इलाकों में मानसून पूर्व बारिश का सिलसिला शुरु हो सकता है.
लू से अब तक 7 की मौत
शुक्रवार को रायपुर के भनपुरी थाना में पदस्थ भागीरथी कंवर की ट्रेफिक ड्यूटी के दौरान लू लगने से मौत हो गई. इसी तरह बिलासपुर के सरगांव के वार्ड क्रमांक 14 में एक महिला की लू से मौत की ख़बर है.
इससे पहले जांजगीर-चांपा ज़िले में महात्मा सूर्यवंशी नामक वयोवृद्ध की लू से मौत हो गई.
बिलासपुर के मंगला में फेंकूराम उरांव नामक एक मज़दूर की लू से मौत हो गई. इसके अलावा सीपत के उच्चभट्ठी गांव में 27 साल की शैल कुमार सूर्यवंशी नामक युवती की लू लगने से मौत हो गई.
दुर्ग जिले के अमलेश्वर में शिव महापुराण कथा सुनने आए धरसींवा के तीरथ राम साहू की भी गरमी के कारण मौत हो गई थी.
दुर्ग के ही नंदिनी थाना के अहेरी में एक महिला श्रमिक भद्रा बाई गरमी के कारण बेहोश हो गई, जहां से उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी.