130 नीतीश समर्थक सूची राजभवन को
पटना | एजेंसी: रविवार को नीतीश कुमार के समर्थक नेता राजभवन पहुंचे और उन्होंने नीतीश समर्थक 130 विधायकों की सूची सौंपी. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह की अगुवाई में कांग्रेस के विधायक दल के नेता सदानंद सिंह, राष्ट्रीय जनता दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी नेता जितेन्द्र नाथ सिंह राजभवन पहुंचे और विधायकों की सूची सौंपी. राज्यपाल हालांकि अभी कोलकता में हैं और उनके सोमवार को पटना पहुंचने की संभावना है.
समर्थन का पत्र सौंपने के बाद राजभवन से बाहर निकले जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने पत्रकारों को बताया कि 130 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंप दिया गया है तथा उनसे मिलने का समय मांगा गया है.
उन्होंने कहा कि राजद, कांग्रेस और भाकपा के विधायकों के अलावा दो निर्दलीय विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा गया है.
वशिष्ठ नारायण ने कहा कि राज्यपाल को पार्टी विधानमंडल दल की बैठक में नीतीश कुमार को नया नेता चुने जाने की भी जानकारी दे दी गई.
सिंह ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष शरद यादव की ओर से मांझी को पत्र लिखकर विधायक दल के नेता पद से हटाए जाने तथा नीतीश कुमार को नया नेता चुने जाने की सूचना दे दी गई है.
जदयू महासचिव क़े सी़ त्यागी ने भी रविवार को कहा कि नीतीश कुमार के साथ 130 विधायकों का समर्थन है.
विधानसभा में राजद विधायक दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दिकी ने कहा, “राजद ने पूर्व में भी जदयू सरकार को मुद्दों के आधार पर समर्थन दिया था न कि किसी व्यक्ति को. अब जदयू विधायक दल ने नीतीश कुमार को नया नेता चुन लिया है तो पार्टी उन्हीं को समर्थन दे रही है.”
इस बीच, मांझी समर्थक मंत्री विनय बिहारी का कहना है कि मांझी के पास बहुमत है. उन्होंने दावा किया शनिवार को विधायक दल की बैठक में शामिल हुए कई विधायक भी उनके संपर्क में हैं.
गौरतलब है कि जदयू के 20 मंत्रियों ने शनिवार रात राजभवन जाकर अपना इस्तीफा सौंप दिया था.
जदयू के वरिष्ठ नेता और नीतीश समर्थक माने जाने वाले श्याम रजक ने बताया कि नीतीश समर्थक 20 मंत्री राजभवन जाकर सामूहिक इस्तीफो सौंप दिया है. उन्होंने कहा कि मंत्रियों के इस्तीफे का फैसला पार्टी विधायक दल की बैठक में ही हो गया था.
इस बीच मुख्यमंत्री मांझी दिल्ली चले गए हैं और शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले हैं.
243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में वर्तमान सदस्यों की संख्या 233 है. इसमें बहुमत के लिए कम से कम 117 विधायकों का समर्थन चाहिए.