विकास की नई कहानी लिखेंगे: जेटली
नई दिल्ली | एजेंसी: शुक्रवार को जारी डीजीपी के आकड़ों से मोदी सरकार के वित्त मंत्री अरुण जेटली को विश्वास हो गया है कि अगले तिमाही का आकड़ा भी विकास की नई कहानी कहेगा. गौरतलब है कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने विकास के नारे पर ही लोकसभा का चुनाव लड़ा तथा जीता था. केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि आने वाली तिमाहियों में आर्थिक विकास दर में और तेजी आने की उम्मीद है. चालू वित्त वर्ष की प्रथम तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद में 5.7 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई है.
जेटली ने सरकार के 100 दिन पूरे होने के मौके पर कहा, “5.7 फीसदी की वृद्धि दर उत्साहजनक है. जीडीपी के हालिया आंकड़ों को देखकर लगता है कि अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है. आशा करते हैं कि आने वाली तिमाहियों में अर्थव्यवस्था में और तेजी देखने को मिलेगी.”
उल्लेखनीय है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान अर्थव्यवस्था में पहली बार 5.7 फीसदी की वृद्धि दर देखी गई है. बीते दो सालों की नौ तिमाहियों में यह दर सर्वाधिक है.
पिछली तिमाही यानी जनवरी-मार्च के दौरान विकास दर 4.7 फीसदी थी.
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल-जून तिमाही के दौरान 5.7 फीसदी की विकास दर बीते ढाई वर्षो के दौरान सर्वाधिक है. इसके पहले वित्त वर्ष 2011-12 के अक्टूबर-दिसंबर के दौरान 6 फीसदी विकास दर देखी गई थी.
जेटली ने कहा, “निवेश के संदर्भ में एक बड़ा परिवर्तन हुआ है. कर विवादों के समाधान के लिए हमने नया तंत्र बनाया है. पूर्वव्यापी कर पर हमने निवेशकों का भय दूर किया है.”
जेटली ने कहा कि केंद्र सरकार नए भूमि अधिग्रहण कानून को और बेहतर बनाने का काम कर रही है, लेकिन इस संदर्भ में फिलहाल राजनीतिक चुनौतियों से निपटने की जरूरत है.
उन्होंने कहा, “मैं इस बात पर इतना आशावादी हूं कि इस दिशा में जितने अधिक निर्णय आएंगे, देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में हमें उतनी ही मदद मिलेगी.”
जेटली ने कहा, “जब से हमने नए भूमि अधिग्रहण कानून की व्यवस्था के तहत काम करना शुरू किया है, राज्य और केंद्र नई चुनौतियों से रूबरू हो रहे हैं. इस मामले पर मैं राजनीतिक दलों से चर्चा करूंगा.”
उन्होंने कहा कि इसे और अधिक लचीला बनाने के लिए वह ग्रामीण विकास मंत्री से बात करेंगे.