फीफा का पहला किक रोबोट मारेगा
लंदन | एजेंसी: ब्राजील में गुरुवार से शुरू होने वाले फुटबाल के महाकुंभ फीफा विश्व कप-2014 का शुभारंभ एक लकवाग्रस्त व्यक्ति की किक से होने की संभावना है. यह लकवाग्रस्त व्यक्ति मस्तिष्क को नियंत्रित करने वाले एक रोबोट के सहारे काम करता है.
शोधकर्ताओं के अनुसार ब्राजील में आठ लकनाग्रस्त व्यक्ति पिछले एक महीने से इस रोबोट को इस्तेमाल करने का अभ्यास कर रहे हैं. इन सभी मरीजों के कमर के नीचे का भाग लकवाग्रस्त है.
अमरीका के ड्यूक विश्वविद्यालय और ब्राजील के नटाल अंतर्राष्ट्रीय तंत्रिकाविज्ञान संस्थान के प्राध्यापक मिगुएल निकोलेलिस ने बताया, “यह रोबोट मरीज के मस्तिष्क की विद्युत गतिविधियों के सहारे मरीज की मनोभावों को समझ लेता है, जैसे मरीज चलना चाहता है या किसी फुटबाल को किक मारना चाहता है, और उसके अनुसार कार्य करता है.”
यह मशीन कृत्रिम चमड़े की मदद से मरीज को किसी वस्तु को स्पर्श करने का अहसास भी दिलाता है.
इस रोबोट को तैयार करने वालों के सामने चुनौती थी कि लकवाग्रस्त लोगों में चलने की क्षमता पैदा करने के साथ-साथ इस दौरान उनके जमीन को छूने के अहसास को भी जीवंत किया जाए.
इस रोबोट की खास बात यह है कि यह किसी वस्तु को छूने से पहले उससे निकटता का अहसास, छूने के बाद का दबाव, कंपन और वस्तु के तापमान आदि का बोध भी कराता है.