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गोबर बेचने वालों को साल भर में मिला 39 सौ

बिलासपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ सरकार ने दावा किया है कि बिलासपुर जिला गोधन न्याय योजना के मॉडल के रूप में राज्य स्तर पर स्थापित हो रहा है.गोधन न्याय योजना का बिलासपुर जिले में राज्य स्तर पर उत्कृष्ट क्रियान्वयन सफलता पूर्वक किया जा रहा है.

राज्य सरकार द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि बिलासपुर ज़िले में पिछले साल 20 जुलाई से जारी इस योजना में जिले के 257 सक्रिय गोठानो में 7536 पशुपालको द्वारा 1 लाख 48 हजार 390 क्विंटल गोबर गोठानो में विक्रय किया गया.

इस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इससे अब तक गोबर विक्रेता पशुपालको को 2 करोड़ 94 लाख 14 हजार रूपए से अधिक का भुगतान किया जा चुका है.

राज्य सरकार के इस भुगतान का आशय है कि पिछले साल भर से अधिक समय में गोबर बेच कर 7536 लोगों को औसतन 3903.13 रुपये की कमाई की है.

सरकार की विज्ञप्ति में कहा गया है कि 257 सक्रिय गोठानो में खाद निर्माण कार्य एवं अन्य गतिविधियों में 257 स्व सहायता समूह जुटे हुए है. समूहों द्वारा 19 हजार 861 क्विंटल वर्मी खाद एवं 15 हजार 885 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट खाद निर्माण किया गया.

विज्ञप्ति के अनुसार इससे कुल 2 करोड़ 54 लाख 40 हजार रूपए मूल्य के 17 हजार 501 क्विंटल वर्मी खाद एवं 13 हजार 323 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट खाद का विक्रय किया जा चुका है.

इससे 257 शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों की स्वसहायता समूह से जुड़ी महिलाओ ने लाभांश राशि के रूप में 67 लाख 42 हजार रूपए अर्जित किया.

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