अन्ना हैं केजरीवाल से दुखी
नई दिल्ली | संवाददाता : अन्ना हजारे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी आप पार्टी के हाल से दुखी हैं. अन्ना का कहना है कि आप पार्टी के विवाद चकित करने वाले हैं. अन्ना हजारे दिल्ली सरकार में मंत्री रहे कपिल मिश्रा के उन आरोपों को लेकर बात कर रहे थे, जिसमें कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर दो करोड़ रुपये का रिश्वत लेने का आरोप लगाया है.
अन्ना हजारे ने कहा कि उन्होंने आप पार्टी का विवाद टीवी पर देखा. कपिल मिश्रा ने जो आरोप लगाये हैं, उससे वे आहत हैं. अन्ना हजारे ने कहा कि वे 40 सालों से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. मेरी इस लड़ाई में अरविंद केजरीवाल भी साथ रहे हैं. लेकिन आज यह दृश्य देख के दुख हो रहा है. अन्ना ने कहा कि उन्हें अरविंद केजरीवाल से ये उम्मीद नहीं थी.
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और लोकपाल को लेकर जब दिल्ली में उन्होंने आंदोलन शुरु किया था, तब अरविंद केजरीवाल भी भ्रष्टाचार की लड़ाई में उनके साथ थे. आज उन्हीं अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं. यह कितना दुखद है, इसे व्यक्त नहीं किया जा सकता.
उन्होंने आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल ने स्वराज आंदोलन को चकनाचूर कर दिया. हालांकि अन्ना का कहना था कि वे कपिल मिश्रा के आरोपों को लेकर पहले पूरा अध्ययन करेंगे. इसके बाद वे विस्तार से बातचीत करेंगे.
अन्ना हजारे ने देश में जब लोकपाल को लेकर आंदोलन शुरु किया, उसी समय अरविंद केजरीवाल राष्ट्रीय राजनीति में उभरे. इंडिया अगेंस्ट करप्शन को उन्होंने राजनीतिक दल में बदलने की घोषणा की तब भी अन्ना हजारे उनके निर्णय के खिलाफ थे. लेकिन अन्ना को अपना आदर्श बताने वाले अरविंद केजरीवाल ने अन्ना की नहीं सुनी और आम आदमी पार्टी का निर्माण किया.
हालांकि अरविंद केजरीवाल ने इसके बाद अपनी पार्टी से उन तमाम लोगों को बाहर कर दिया, जो इंडिया अगेंस्ट करप्शन की शुुरुआती लड़ाई में शामिल थे. इनमें प्रशआंत भूषण और शांति भूषण से लेकर योगेंद्र यादव तक शामिल थे.