महिला की मदद से CRPF जवानों को फंसाया
रायपुर | संवाददाता: सुकमा में एक महिला को मदद करते हुये CRPF जवान नक्सली एंबुश में फंस गये थे. छत्तीसगढ़ के सुकमा में 11 मार्च को नक्सली एंबुश में फंसकर शहीद हुये 12 सीआरपीएफ जवानों की मौत की जांच कर रहे दल ने इसका खुलासा किया है. न्यूज चैनल आजतक के मुताबिक जब सीआरपीएफ के आईजी देवेन्द्र सिंह चौहान ने ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर जांच की तो इसका पता चला है. सीआरपीएफ के आईजी ने करीब दो दर्जन गांवों में नक्सलवाद की जड़े टटोली है. नक्सलियों द्वारा एक महिला की मदद से जवानों को फंसाकर मारने की घटना का पहली बार खुलासा हुआ है. महिला की मदद करने करने आगे आये सीआरपीएफ के जवान नक्सली एंबुश में फंसकर अपनी जान गंवा बैठे.
बताया जा रहा है कि जब 11 मार्च को नक्सलियों की रोड ओपनिंग पार्टी अपनी नियमित गश्त पर थी तभी एक महिला दौड़ते हुये उनकी तरफ आई थी तथा मदद की गुहार की थी. उस महिला ने सड़क के दूसरी ओर का इशारा करते हुये सीआरपीएफ के जवानों को कहा कि वहां पर मौजूद कुछ लोग उसके साथ जोर जबरदस्ती कर रहें हैं. जैसे ही कुछ जवान उस महिला की मदद करने के लिये उस बढ़े महिला ने एक जवान के रायफल को तेजी से जमीन की ओर झुकाया तभी वहां पोजीशन लेकर बैठे नक्सलियों ने ताबड़तोड़ गोलिया चलानी शुरु कर दी. तीन जवानों के शरीर पर धारदार हथियारों से हमला किया गया.
इस बात का अंदेशा जाहिर किया जा रहा है कि वह महिला कोई पेशेवर नक्सली न होकर सामान्य महिला थी. महिला का जो हुलिया स्वस्थ हुये जवानों ने बताया है उसके अनुसार बीस से पच्चीस साल की सावले रंग की महिला है. महिला के बाल घने थे, माथे पर बिंदी थी तथा कानों में बड़े-बड़े झुमके थे. वह महिला साफ हिन्दी बोल रही थी. छत्तीसगढ़ पुलिस की टीम तथा सीआरपीएफ के जवान उस महिला की तलाश कर रहें हैं.
11 मार्च को हुये नक्सली हमलें में शहीद जवानों के नाम इस प्रकार से है- जगजीत सिंह, हीरा बल्लभ भट्ट, नरेन्द्र कुमार सिंह, जगदीश प्रसाद बिशनोई, प्रेमदास रामदास मेंधे, मंगेश बाल पांडे, रामपाल सिंह यादव, गोरखनाथ, नंद कुमार अतराम, सतीश चंद्र वर्मा, आके शंकर, सुरेश कुमार.
घायल जवान- जयदेव प्रमाणिक, सलीम जगल.
नक्सलियों से मुठभेड़ में 11 जवान शहीद हुये थे तथा 3 जवान घायल हुये थे. घायल जवानों को रायपुर के नारायणा अस्पताल में भर्ती कराया गया. 1 गंभीर रूप से घायल जवान की अस्पताल में मौत हो गई थी.