नोटबंदी: तीजन बाई ने गहने गिरवी रखे
भिलाई | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ की तीजन बाई भी नोटबंदी की चपेट में आ गई. नोटबंदी ने अपना प्रभाव छोड़ने में छोटे-बड़े में कोई भेदभाव नहीं किया है. नोटबंदी के कारण उपजी नगदी की समस्या की शिकार छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध पंडवानी गायिका तीजन बाई को अपने गहने गिरवी रखने पड़े. तीजन बाई अपने गृहग्राम गनियारी में घर बना रही है जिसके लिये मजदूरों को मजदूरी देने के लिये उसके पास पैसों की कमी हो गई थी. नोटबंदी के कारण बैंक से भी एक सीमित मात्रा में रुपये निकाले जा सक रहे थे. इस कारण से मजबूरीवश उसे अपने गहने गिरवी रखने पड़े.
तीजन बाई ने इसके लिये अपने निजी सचिव मनहरण सार्वा को गहने गिरवी रखने दिये तो उसने फर्जीवाड़ा करके ज्यादा पैसे उठा लिये. इससे गुस्साई तीजन बाई ने भट्टी थाने में अपने निजी सचिव के खिलाफ रिपोर्ट लिखवाई गई है.
दरअसल, तीजन बाई भिलाई स्टील प्लांट में नौकरी करती थी. जहां से वह रिटार्यड हो चुकी है. अब तीजन बाई को अपने आवास छोड़ना है इसलिये वह अपने गृहग्राम में घर बनवा रही है. इसके लिये उसने 80 हजार रुपये में ठेका दे दिया है.
तीजन बाई ने अपने निजी सचिव मनहरण सार्वा को गहने गिरवी रखकर पैसे लाने के लिये भेजे. उनके निजी सचिव ने शांति ज्वेलर्स में तीजन बाई के गहने गिरवी ऱककर 67 हजार रुपये उठा लिये लेकिन तीजन बाई को 50 हजार रुपये ही दिये.
जब तीजन बाई ने चेक काटकर अपने गहने वापस लेने की कोशिश की तो पता चला कि ब्याज मिलाकर उन्हें 70 हजार रुपये देने हैं. उसके निजी सचिव ने 50 हजार नहीं 67 हजार रुपये उठाये थे.
अब तीजन बाई ने पुलिस में रिपोर्ट लिखवाई है कि उसके निजी सचिव से उसका 17 हजार रुपया वापस दिलवाया जाये.
तीजन बाई के निजी सचिव का कहना है कि मैडम ने कुछ कार्यक्रमों का पेमेंट नहीं किया था. इसलिये उसे गिरवी रखकर अतिरिक्त पैसे उठाने पड़े हैं.