नगरनार प्लांट: NMDC में हड़ताल होगी
जगदलपुर | संवाददाता: बस्तर के नगरनार प्लांट के निजीकरण के खिलाफ पूरे NMDC में हड़ताल होगी. बस्तर के नगरनार स्टील प्लांट के बेचे जाने के खिलाफ एनएमडीसी वर्कर्स फेडरेशन आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गया है. गुरुवार को हैदराबाद में हुई मीटिंग में तय किया गया है कि बस्तर के नगरनार स्टील प्लांट को निजी हाथों में बेचे जाने के खिलाफ देशभऱ में जहां-जहां एनएमडीसी के प्लांट हैं वहां-वहां दो दिन की हड़ताल होगी.
इस सिलसिले में जगदलपुर में फेडरेशन का दो दिवसीय सम्मेलन 18 जनवरी से आयोजित किया जायेगा जिसमें एनएमडीसी वर्कर्स फेडरेशन के अध्यक्ष सांसद गुरुदासगुप्त एवं सचिव एसक्यू जामा सम्मलित होंगे.
गौरतलब है कि नगरनार स्टील प्लांट को निजी हाथों में बेचे जाने का विरोध वहां के ग्रामीण भी कर रहें हैं.
इसी के साथ छत्तीसगढ़ की आम आदमी पार्टी, सीपीआई, सीपीएम तथा कांग्रेस इसका विरोध कर रही है. कांग्रेस के छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष तथा विधायक भूपेश बघेल इसके विरोध में नगरनार से जगदलपुर तक पदयात्रा कर चुकें हैं.
उल्लेखनीय है कि नीति आयोग की सिफारिश पर नगरनार स्टीव प्लांट का विनिवेशीकरण प्रस्तावित है. नीति आयोग की सिफारिश पर इस नगरनार स्टील प्लांट को विनिवेश की सूची में डाल दिया गया है.
इस खबर के बाद दक्षिण कोरिया की कंपनी पॉस्को 15 हजार 500 करोड़ रुपये का प्रस्ताव लेकर एनएमडीसी के पीछे लग गई है.
बस्तर: नगरनार प्लांट का विनिवेश होगा
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छत्तीसगढ़: बस्तर में निजीकरण का विरोध
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वहीं खबर है कि बैलाडीला की लौह अयस्क की खदान नंबर 2 की प्रॉस्पेक्टिंग लीज की प्रक्रिया में जुटी जिंदल स्टील भी जेएसडब्ल्यू के साथ नगरनार स्टील संयंत्र में पार्टनरशिप की संभावना तलाश रही है.
बस्तर अधिसूचित क्षेत्र में होने के कारण यहां संविधान की पांचवी अनुसूची लागू है. इस कारण से यहां भूमि-अधिग्रहण करना काफी जटिल है. लेकिन सरकारी कंपनी होने के कारण बस्तर में नगरनार प्लांट के लिये लगने वाली भूमि का अधिग्रहण करने में कोई परेशानी नहीं आई थी.
अब जब भूमि अधिग्रहण करने के बाद प्लांट के निर्माण का काम आधा हो चुका है नीति आयोग की सिफारिश पर इस नगरनार स्टील प्लांट को विनिवेश की सूची में डाल दिया गया है.