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छत्तीसगढ़: कस्टडी में मौत पर बवाल

बिलासपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पुलिस कस्टडी में मौत के बाद परिजन पुलिस पर आरोप लगा रहें हैं. शुक्रवार की रात पुलिस कस्टडी में छोटू उर्फ दीपक यादव की मौत के बाद शनिवार को उसके परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने दीपक को पीट पीटकर मार डाला है.

इस मामले में दीपक यादव के परिजन तथा मोहल्लावासी शनिवार रात सरकंडा थाना पहुंचे तथा दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ अपराध दर्ज करने की मांग करने लगे. पुलिस अफसरों की समझाईश के बाद मोहल्ले वाले ज्ञापन देकर लौट गये.

वहीं, शनिवार को लाश का पंचनामा बनाने के समय उसके भाई अजय यादव ने आरोप लगाया कि चार पुलिस वालों ने उसके भाई को पीट-पीटकर मार डाला है.

उन्होंने कहा कि पुलिस वालों ने रात को भाई के मरने की खबर उन्हें नहीं दी थी. शनिवार सुबह समाचार पत्रों से उन्हें इसकी जानकारी मिली है.

अजय यादव का कहना है कि पुलिस वाले उसके भाई को अच्छी तरह से जानते थे उन्हें गिरफ्तारी की सूचना देनी चाहिये थे.

गौरतलब है कि शुक्रवार को सोनगंगा कॉलोनी में चोरी करके भागते हुये दीपक यादव को मौहल्ले वालों ने पकड़ लिय था. उसके बाद जब पुलिस वाले उसे लेकर जा रहे थे तो वह कथित रूप से गाड़ी से उतर कर भाग निकला.

पुलिस के अनुसार भागते समय दीपक कुयें में गिर गया था जिससे उसकी मौत हो गई थी. जबकि दीपक के परिजन पुलिस की थ्यौरी को मानने के लिये तैयार नहीं हैं.

पुलिस कस्टडी में मौत होने के कारण सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार हर मौत की न्यायिक जांच होनी चाहिये. इसलिये दीपक यादव की मौत की भी जांच शुरु हो गई है. इसके लिये जज पल्लव रघुवंशी को ज्यूडिशल मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है.

उऩकी मौजदूगी में दीपक के शव का पंचनामा तथा पोस्टमार्टम किया गया. पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया.

इस मामले में शुक्रवार रात को ही पुलिस अधीक्षक ने तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया था.

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