टैक्स प्लानिंग में पीछे हैं भारतीय युवा
नई दिल्ली | एजेंसी: एक सर्वेक्षण से पता चला है कि देश के युवाओं में टैक्स को लेकर योजना बनाने और रिफंड का दावा करने की प्रवृत्ति नहीं है. टैक्स रिटर्न दाखिल करने का कारोबार करने वाली ऑनलाइन पोर्टल टैक्सस्पैनर ने यह सर्वेक्षण कराया था. इसमें देश भर के सभी उम्र वर्ग के 1.2 लाख करदाताओं को शामिल किया गया.
इस सर्वेक्षण के अनुसार 20 से 34 वर्ष उम्र वर्ग में रिटर्न दाखिल करने वालों में सिर्फ 27 फीसदी युवा रिफंड का दावा करते हैं. जबकि 35 वर्ष या उससे अधिक उम्र के प्रौढ़ वर्ग में यह अनुपात 53 फीसदी है.
इसके अनुसार 10 से 11 लाख रुपये सालाना आय वाले 25 वर्ष उम्र वर्ग के करदाताओं ने औसतन 12 फीसदी कर अदा किए, वहीं 35 वर्ष या उससे अधिक उम्र वर्ग में यह यह आंकड़ा सिर्फ छह फीसदी है.
टैक्स स्पैनर के मुख्य वित्त अधिकारी सुधीर कौशिक ने कहा, “युवा कर दाता कर बचाने में कुशल नहीं हैं. उनमें से कई उन्हें उपलब्ध कर कटौती का दावा करना न तो जानते हैं और न ऐसा कर सकते हैं.”
सालाना सर्वेक्षण ‘इंडिया टैक्स रेश्यो रिपोर्ट 2013’ के मुताबिक मेडिकल इंश्योरेंस डिडक्शन का दावा नहीं करने वाले मध्य उम्र वर्ग का अनुपात युवा करदाताओं जैसा ही है.