छत्तीसगढ़

बस्तर पुतला दहन की जांच के आदेश

रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ सरकार ने बस्तर में पुतला दहन की जांच के दिये. छत्तीसगढ़ सरकार ने बस्तर में पुलिस कर्मियों द्वारा दो दिन पहले पुतला जलाये जाने के शिकायतों को संज्ञान में लिया है. राज्य शासन ने बस्तर संभाग के कमिश्नर को इन शिकायतों की जांच करने के आदेश दिये हैं.

रायपुर : बस्तर में पुतला दहन की शिकायतों की जांच संभागीय कमिश्नर करेंगे

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के बस्तर में सोमवार को पुलिस कर्मियों ने फौजी किस्म की वर्दी पहने हुये सामूहिक रूप से जगह-जगह सामाजिक कार्यकर्ताओं, वकीलों, राजनीतिक नेताओं, और पत्रकारों के पुतले जलाये. और प्रतीक के रूप में स्थानीय थानों की पुलिस ने पुतलों की आग बुझाने की कोशिश भी दिखाई.

जगदलपुर के कोतवाली थाने के सामने सोनी सोरी, नंदिनी सुंदर, बेला भाटिया, मनीष कुंजाम, हिमांशु कुमार तथा मालिनी का पुतला जलाया गया था. पुतला दहने के पहले ‘समस्त सहायक आरक्षक’ की ओर से टाइप किया हुआ बयान भी वाट्सअप पर जारी किया गया था.

जिसकी राजनीतिक दल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी तथा सीपीएम के अलावा अन्य लोगों ने जोरदार ढ़ंग से आलोचना की थी. इसी के साथ बस्तर में पुलिस कर्मियों द्वारा पुतला जलाये जाने पर सरकार की चुप्पी पर भी सवाल किये जा रहे थे.

ताड़मेटला प्रकरण में 8 एसपीओ के खिलाफ निलंबन और लाईन अटैच की कार्रवाई के निर्देश:

इस बीच पुलिस महानिदेशक द्वारा ताड़मेटला प्रकरण से जुड़े दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों के आठ उन तत्कालीन विशेष पुलिस अधिकारियों (एसपीओ) के खिलाफ नियमानुसार निलंबन और लाईन अटैच की कार्रवाई के निर्देश जारी किये गये हैं, जिनके विरूद्ध सीबीआई ने चालान प्रस्तुत कर दिया है.

पुलिस महानिदेशक की ओर से बुधवार नया रायपुर स्थित पुलिस मुख्यालय से दोनों जिलों के पुलिस अधीक्षकों को इस आशय का पत्र जारी किया है.

पुलिस महानिदेशक ने उन्हें लिखा है कि इन विशेष पुलिस अधिकारियों के खिलाफ नियमानुसार निलंबन/लाईन अटैच की प्रशासनिक कार्रवाई की जाये.

संबंधित खबरे-

बस्तर पुलिस और सरकारी खामोशी

छत्तीसगढ़: पुतला दहन की निंदा

error: Content is protected !!