बिलासपुर

पेंशन घोटाला: 40 सरपंच, सचिव लपेटे में

बिलासपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के मस्तूरी जनपद पंचायत में करीब 1.20 करोड़ का पेंशन घोटाला हुआ है. जिसकी जांच रिपोर्ट शुक्रवार तक जिला पंचायत के सीईओ को सौंपी जानी है. सूत्रों के अनुसार प्रथम दृष्टया जांच में पूर्व महिला सीईओ, 40 सरपंच, 40 सचिव व जनपद पंचायत की 1 महिला कर्मचारी लपेटे में आ रहे हैं.

मामले की जांच के लिये बिलासपुर के कलेक्टर ने 177 कर्मचारियों की टीमें बनाकर उन्हें घर-घर जाकर जानकारी प्राप्त करने का आदेश दिया था. जिसकी रिपोर्ट सीधे जिला पंचायत सीईओ को दी जायेगी.

प्रारंभिक तौर पर इस गड़बड़ी में पूर्व सीईओ शिल्पा अग्रवाल के अलावा 40 सरपंच और 40 पंचायत सचिव के नाम सामने आ रहे हैं. वहीं मस्तूरी जनपद पंचायत में कार्यरत गायत्री वाणी गुप्ता की भूमिका भी संदिग्ध है.

रिकवरी तथा एफआईआर की तैयारी है हालांकि पूरी रिपोर्ट आ जाने के बाद ही स्पष्ट होगा कि गड़बड़ी में किस-किस का और कितना हाथ है. उसी के अनुसार आगे कार्यवाही की जायेगी.

उल्लेखनीय है कि बिलासपुर के मस्तूरी जनपद पंचायत को एरियर्स राशि के रूप में अप्रैल 2014 से मार्च 2015 तक 1 करोड़ 20 लाख रुपये का आवंटन किया गया था. यह राशि सीधे जनपद पंचायत के खाते में जमा की गई.

इसके बाद इसे ग्राम पंचायतवार संबंधित हितग्राहियों के खाते में जमा करना था, लेकिन यहां की शाखा प्रभारी व पूर्व सीईओ शिल्पा अग्रवाल ने सीधे सरपंचों को चेक थमा दिया था. जिससे एरियर्स की राशि संबंधित हितग्राहियों के खाते में न जाकर सरपंचों की जेब में चली गई.

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