नेपाल ने रद्द की राष्ट्रपति की यात्रा
काठमांडू | समाचार डेस्क: नेपाली कैबिनेट द्वारा मंजूरी न मिलने के कारण वहां के राष्ट्रपति की भारत यात्रा रद्द हो गई. हालांकि राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने कहा वे सिंहस्थ कुंभ जाने वाली थी इसलिये वहां हुई मौतों के कारण उनकी यात्रा रद्द कर दी गई है. उल्लेखनीय है कि मंत्रिमंडल की गुरुवार तथा शुक्रवार को दो बैठके हुई थी परन्तु राष्ट्रपति के भारत दौरे को मंजूरी नहीं दी गई. राष्ट्रपति भंडारी ने भारतीय पत्रकार दीपक कुमार से एक घंटे लंबी मुलाकात में कहा उन्होंने उज्जैन में गुरुवार को कुंभ मेले में आंधी-तूफान की वजह से 7 श्रद्धालुओं के मारे जाने के कारण भारत दौरा रद्द किया.
दीपक कुमार ने कहा कि नेपाल की राष्ट्रपति ने कहा, “मैं प्रणव मुखर्जी से मिलने को काफी उत्सुक थी. लेकिन, अब हम किसी और मौके पर मुलाकात करेंगे.”
उन्होंने कहा, “मुझे यह सुनकर बेहद दुख हो रहा है कि उज्जैन में लोगों की मौत हुई.”
यहां नेपाली अधिकारियों ने दौरे के अचानक रद्द होने की कोई वजह नहीं बताई है.
लेकिन, कूटनीतिक सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली का भारत के प्रति रुख इस दौरे के रद्द होने के लिए जिम्मेदार है. यह दौरा 9 मई से होने वाला था. यह राष्ट्रपति भंडारी का भारत का पहला औपचारिक दौरा होता.
राष्ट्रपति भंडारी के मुख्य निजी सहायक भेष राज अधिकारी ने कहा कि मंत्रिमंडल की गुरुवार और शुक्रवार को दो बैठकें हुईं, लेकिन उनके दौरे, प्रतिनिधिमंडल और एजेंडे को मंजूरी नहीं मिल पाई.
विदेश मंत्रालय ने दौरा रद्द किए जाने की जानकारी भारत में नेपाल के राजदूत दीप कुमार उपाध्याय को दे दी है.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के आमंत्रण पर भंडारी भारत के अपने पहले दौरे पर अगले सप्ताह आने वाली थीं. बुधवार को पत्रकारों के सवाल के जवाब में भंडारी ने कहा था कि अपने दक्षिणी पड़ोसी देश का यह सद्भावना दौरा होगा.
उन्होंने कहा था कि उनके दौरे का उद्देश्य दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करना होगा. उन्होंने कहा था, “मैं भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को नेपाल दौरे के लिए आमंत्रित करूंगी.”
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, भंडारी नौ मई को नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में शामिल होने वाली थीं और इसके बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी एवं अन्य राजनीतिक नेताओं के साथ बैठक करने वाली थीं.
भंडारी 11 मई को मध्य प्रदेश के उज्जैन में सिंहस्थ कुंभ मेले में जाने वाली थीं. वहां वह महिला सशक्तीकरण पर व्याख्यान भी देने वाली थीं.
दीपक कुमार ने राष्ट्रपति भंडारी को अपनी किताब ‘नेपाल एलेक्शन्स: फैक्ट्स एंड फिगर्स’ की प्रति भेंट की. इस किताब में नेपाल में हुए सभी चुनावों का ब्योरा दिया गया है.
भंडारी ने इस मौके पर कहा कि भारत और नेपाल को अपने मतभेदों को किनारे रखकर उन मुद्दों पर साथ मिलकर काम करना चाहिए जिन पर कोई मतभेद नहीं है. उन्होंने कहा कि वह हर हाल में भारत से संबंध सुधारने के लिए प्रतिबद्ध हैं.