JNU की तपिश US पहुंची, समर्थन में रैली
न्यूयॉर्क | समाचार डेस्क: जेएनयू के छात्रसंघ अध्यक्ष तथा अन्य की गिरफ्तारी तथा उनके साथ की गई मारपीट की तपिश अमरीका तक पहुंच गई है. सोमवार को वहां के दो यूनिवर्सिटीज के छात्रों ने जेएनयू के छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के समर्थन में रैली निकाली. इस तरह से जेएनयू मुद्दे का मुकम्मल तौर पर अंतर्राष्ट्रीयकरण हो गया है. खासकर अमरीका में जेएनयू की आग पहुंचने का निवेश पर भई असर हो सकता है. यहां दो अमरीकी यूनिवर्सिटियों के विद्यार्थी देशद्रोह और आपराधिक षड्यंत्र रचने के आरोप में गिरफ्तार किए गए जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के प्रति समर्थन दिखाने के लिए एकत्रित हुए. समाचारपत्र ‘वाशिंगटन स्क्वायर’ की सोमवार की रिपोर्ट के अनुसार, न्यूयॉर्क की न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी और कूपर यूनियन कॉलेज के विद्यार्थी जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार और अन्य छात्रों के प्रति अपना समर्थन दिखाने के लिए वाशिंगटन स्क्वायर पार्क में इकट्ठा हुए. रैली में भारतीय-अमरीकी विद्यार्थी भी शामिल थे.
रैली के दौरान एक भारतीय-अमरीकी छात्रा ने कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य कन्हैया की गिरफ्तारी के बारे में जागरूकता लाना है.
अंजना श्रीधर ने कहा, “कन्हैया को सरकार के खिलाफ बयानबाजी करने की वजह से गिरफ्तार किया गया. हालांकि, उन्होंने वास्तव में सरकार के खिलाफ कुछ नहीं बोला था. वह सिर्फ कविता पढ़ रहे थे.”
न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी की एक छात्र कार्यकर्ता सुमति कुमार ने कहा कि वह जेएनयू के विद्यार्थियों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए रैली में शामिल हुई हैं. आरोप है कि जेएनयू के आरोपी छात्रों के साथ मारपीट की गई और उसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
मानव विज्ञान की प्रोफेसर तेजस्विनी घांटी ने कहा कि उन्हें खुशी है कि विद्यार्थियों ने जेएनयू के विद्यार्थियों के समर्थन में आवाज उठाई. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटियों को सभी विचारों का एक खुला मंच होना चाहिए.