छत्तीसगढ़: बस्तर के 100 ग्राम टापू बने
रायपुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ का बस्तर भारी बारिश की वजह से पानी-पानी हो गया है. पिछले 72 घंटे से यहां पर बारिश हो रही है. कई गांव ऐसे हैं जो टापू में तब्दील हो गये हैं तथा उनका संपर्क अन्य गांवों से टूट गया है.
संभागीय मुख्यालय जगदलपुर भी बारिश की चपेट में डूबा हुआ है. यहां बारिश के चलते शहर की कुछ कॉलोनियों की दीवारें तक गिर चुकी हैं, तो वहीं शहर के बीच से होकर बहने वाली इंद्रावती नदी के पुल से डेढ़ फीट नीचे से पानी बह रहा है. बारिश से बस्तर हुआ पानी-पानी, 100 से ज्यादा गांव टापू में तब्दील हो गये हैं.
बीती शाम जगदलपुर को रायपुर से जोड़ने वाले काकड़ी घाट में पानी आ जाने से सुबह तक राजधानी से बस्तर का संपर्क टूटा रहा है, हालांकि सोमवार सुबह घाट से थोड़ा पानी कम हो गया, जिसकी वजह से यातायात सामान्य हुआ है.
कमोबेश यहीं स्थिति दक्षिण बस्तर में भी बनी हुई है. यहां के कोंटा सुकमा इलाके में भी हर जगह बस पानी ही पानी नजर आ रहा है. साथ ही यहां बहने वाली शबरी नदी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है. बीजापुर के हालातों पर गौर किया जाएं तो यहां भी भारी बारिश से काफी तबाही दर्ज की गई है.
बीजापुर में बहने वाली मिंगाचल नदी पूरे उफान के साथ बह रही है. इसकी वजह से यहां संचार से लेकर दूसरी अन्य सेवाओं पर खासा असर पड़ा है.
मौसम विभाग की माने तो बारिश से जल्द राहत मिलने की संभावना नहीं है. मौसम विभाग के अनुसार, हवा में बादलों का दबाव भले ही कम हो गया हो लेकिन बारिश का सिलसिला रुक-रुककर जारी रहने की उम्मीद है.