बस्तर में ड्रोन हमले पर सवाल
जगदलपुर | संवाददाता: क्या बस्तर में पुलिस हवाई हमला कर सकती है? यह सवाल सीआरपीएफ के मुखिया प्रकाश मिश्रा के उस बयान के बाद उठा है, जिसमें उनके द्वारा माओवादी शिविरों को निशाना बनाने की बात कही थी. हालांकि प्रकाश मिश्रा ने शुक्रवार को कहा है कि उन्हें मीडिया ने गलत तरीके से पेश किया है.
दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने सुरक्षाबल द्वारा माओवादियों पर मानवरहित विमान से हमला बोलने की आशंका जताते हुये कहा है कि इस तरह के क़दम से सबसे अधिक आम नागरिक हताहत होंगे.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार दो दिन पहले ओडीशा के कोरापुट के दौरे पर पहुंचे सीआरपीएफ के महानिदेशक प्रकाश मिश्रा ने कहा था कि “अगर आवश्यक हुआ तो छत्तीसगढ़ के घने जंगलों में माओवादी शिविरो को निशाना बनाने के लिये सीआरपीएफ मानवरहित विमान का इस्तेमाल कर सकती है.”
प्रकाश मिश्रा का बयान ऐसे समय में आया है, जब छत्तीसगढ़ में पहले से ही राज्य पुलिस और सीआरपीएफ मानव रहित टोही विमानों यानी यूएवी का इस्तेमाल लगातार कर रही हैं. लेकिन इन ड्रोन विमानों का इस्तेमाल अभी तक माओवादी इलाकों से आवाज़ और तस्वीरों के संकलन के लिये होता रहा है.
आंतरिक सुरक्षा विशेषज्ञ अजय साहनी मानते हैं कि सीआरपीएफ के महानिदेशक का इशारा ड्रोन हमले की ओर नहीं होगा. लेकिन अगर ऐसा होगा तो यह ग़लत होगा, दुर्भाग्यपूर्ण होगा.
मानवाधिकार संगठन पीयूसीएल की महासचिव सुधा भारद्वाज का कहना था कि सीआरपीएफ के महानिदेशक का ताज़ा बयान जिस ओर इशारा कर रहा है, उसके परिणाम भयावह हो सकते हैं.
सुधा भारद्वाज ने कहा- “अभी तक का अनुभव बताता है कि ज़मीनी लड़ाई में ही जब बड़ी संख्या में आम नागरिक मारे जाते हैं तो इस तरह के हमलों में तो आम नागरिकों के और अधिक संख्या में मारे जाने की आशंका है.”
बस्तर के आईजी पुलिस एसआरपी कल्लुरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पुलिस यूएवी का इस्तेमाल केवल सूचनाओं के संग्रहण के लिये करती रही है. उन्होंने कहा कि प्रकाश मिश्रा ने यूएवी के संबंध में ही कहा होगा.
एसआरपी कल्लूरी ने कहा-“क़ानूनन पुलिस को केवल आत्मरक्षा की स्थिति में ही हमला करने का अधिकार है. अगर हमें ड्रोन हमला करना होगा तो ज़ाहिर तौर पर हमें पहले अपने क़ानून में बदलाव करना होगा.”
इस बारे में शुक्रवार को सीआरपीएफ के महानिदेशक प्रकाश मिश्रा से कोरापुट में दिये गये बयान को लेकर उनका पक्ष जानने के लिये फोन किया गया तो उन्होंने साफ किया कि मीडिया में जो खबर आई है, वह सही नहीं है. प्रकाश मिश्रा ने कहा कि उन्होंने नये तरह के ड्रोन के इस्तेमाल की बात कही थी. संभवतः इसे ही हवाई हमले से जोड़ लिया गया.