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आशिक ने लड़की पर तेजाब फेंक खुदकुशी की

भोपाल | एजेंसी: भोपाल में एक सिरफिरे आशिक ने लड़की पर तेजाब से हमला करके खुद खुदकुशी कर ली है. वहीं, लड़की का आरोप है कि पुलिस ने यदि उसके द्वारा की गई शिकायत पर पहले कार्यवाही की होती तो यह घटना नहीं होती. मुख्यमंत्री चौहान घटना की जानकारी मिलने पर युवती के स्वास्थ्य की जानकारी लेने अस्पताल पहुंचे. उन्होंने इस मौके पर संवाददाताओं से कहा कि युवती के चेहरे पर जख्म है, उसके इलाज की पूरी व्यवस्था की जाएगी और इलाज पर आने वाला पूरा खर्च सरकार वहन करेगी.

अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि युवती 50 से 55 प्रतिशत तक झुलस गई है, उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. उपचार जारी है.

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक सिरफिरे अधेड़ व्यक्ति ने एकतरफा प्यार में जिम ट्रेनर रेनू पर तेजाब फेंक दिया, जिससे वह बुरी तरह झुलस गई. युवती की हालत गंभीर है. घटना के बाद आरोपी ने खुद को चाकू घोंपकर आत्महत्या कर ली है. पुलिस अधीक्षक अरविंद सक्सेना ने कहा कि शुक्रवार सुबह लगभग सात बजे 22 वर्षीया रेनू नामक युवती स्कूटी से जा रही थी तभी उसे 45 वर्षीय संजय पाटील नामक व्यक्ति ने रोका और उसके साथ मारपीट की. इसके बाद पाटील ने युवती पर तेजाब फेंक दिया. युवती इस हमले में बुरी तरह झुलस गई है और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. युवती पर कौन-सा तेजाब फेंका गया, इसकी पुलिस जांच कर रही है.

सक्सेना ने आगे बताया कि युवती पर तेजाब फेंकने के बाद आरोपी ने खुद पर चाकू से कई प्रहार किए, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई है. मृतक के शव को हमीदिया अस्पताल ले जाया गया है.

घायल युवती रेनू ने संवाददाताओं को बताया है कि वह शुक्रवार सुबह रोज की तरह जिम जा रही थी, तभी अशोका गार्डन थाना क्षेत्र में संजय पाटील नामक व्यक्ति ने उस पर तेजाब फेंक दिया. युवती ने पुलिस को घटना की सूचना दी, मगर पुलिस ने दूसरे थाने का मामला होने पर सहयोग करने से इंकार कर दिया.

युवती का कहना है कि संजय उसे काफी समय से परेशान कर रहा था, इसकी वह पुलिस में शिकायत कर चुकी थी, मगर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की. वह इस घटना के लिए पुलिस को जिम्मेदार मानती है.

इस पर पुलिस अधीक्षक सक्सेना का कहना है कि वह इस बात का पता करेंगे कि युवती ने शिकायत की थी तो उस पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई.

पीड़ित युवती के सहकर्मी अमोल ने पुलिस के रवैए पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि तेजाब फेंके जाने के बाद रेनू ने उन्हें फोन किया, वह मौके पर पहुंचे और उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाने लगे तो पुलिस ने ऐसा करने से रोका. पुलिस ने कहा कि युवती को पहले थाने ले चलें, ताकि कानूनी प्रकिया पूरी हो सके. वह किसी तरह लड़ झगड़ कर युवती को अस्पताल ले गए.

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