खालिदा जिया घर लौटीं
ढाका | समाचार डेस्क: तीन माह से पार्टी कार्यालय में नजरबंद बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया अपने घर लौटी. बांग्लादेश की अदालत ने उन्हें जमानत दे दी है. खालिदा जिया पर गबन का आरोप है. बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की प्रमुख और बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को भ्रष्टाचार के दो मामलों में एक अदालत ने रविवार यहां जमानत दे दी. वह तीन माह से अपने पार्टी दफ्तर में रह रहीं थी. ‘बीडीन्यूज24 डॉट कॉम’ के मुताबिक, ‘जिया चैरिटेबल ट्रस्ट’ और ‘जिया ऑर्फनेज ट्रस्ट’ में भ्रष्टाचार के मामले में अदालत से जमानत मिलने के बाद जिया गुलशन इलाके में स्थित अपने घर निकल गईं.
खालिदा पर पांच करोड़ बांग्लादेशी टका लगभग 646,000 डॉलर से अधिक धनराशि के गबन का आरोप है.
25 फरवरी को भ्रष्टाचार के मामलों की सुनवाई के दौरान अदालत में पेश नहीं होने के बाद ढाका की अदालत ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. चार मार्च को अदालत ने गिरफ्तारी वारंट वापस लेने संबंधी उनकी याचिका खारिज कर दी थी.
इन मामलों में शामिल अन्य दो आरोपियों को भी जमानत दे दी गई. इन मामलों की अगली सुनवाई पांच मई को होगी.
न्यायाधीश अबु अहमद जमादार ने अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा, “मैं गिरफ्तारी वारंट जारी नहीं करना चाहता था लेकिन मुझे इसके लिए विवश होना पड़ा.”
बचाव पक्ष के वकीलों ने अदालत को बताया था कि बीएनपी प्रमुख की अनुपस्थिति ‘अनैच्छिक’ है. वह अपने बेटे अराफात रहमान कोको की मृत्यु और सुरक्षा कारणों की वजह से अदालत में पेश नहीं हो सकी थीं.
खालिदा तीन जनवरी से अपनी पार्टी के दफ्तर में रह रहीं थी. उन्होंने विवादित आम चुनाव के एक साल पूरे होने के अवसर पर सरकार विरोधी मार्च निकालने की धमकी दी थी, जिसके बाद उन्हें उनके दफ्तर में नजरबंद कर दिया गया था.
बीएनपी के नेतृत्व वाले 20 सहयोगी दलों के गठबंधन ने पिछले साल आम चुनाव का बहिष्कार कर दिया था. इन्होंने गैर दलीय कार्यवाहक सरकार के नेतृत्व में नए सिरे से संसदीय चुनाव की मांग करते हुए पांच जनवरी से देशव्यापी नाकेबंदी का आह्वान किया था.