छत्तीसगढ़

पेंड्रा में भी नसबंदी कांड

बिलासपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के पेंडारी के बाद पेंड्रा में भी नसबंदी कांड सामने आया है. बिलासपुर जिले में ही पेंड्रा, गौरेला औऱ मरवाही में इसी सोमवार को सरकारी नसबंदी शिविर का आयोजन किया गया था. पेंडारी में महिलाओं की मौत के लिये ज़िम्मेवार ठहराये गये डाक्टर आरके गुप्ता ने ही यहां भी ऑपरेशन किया था. अब इस आपरेशन के कारण महिलाओं की हालत बिगड़नी शुरु हो गई है.

ज़िले के एक अधिकारी ने बताया कि गौरेला, पेंड्रा और मरवाही में भी राज्य शासन द्वारा आयोजित नसबंदी शिविर में 52 महिलाओं की नसबंदी की गई थी. इसमें से बड़ी संख्या में महिलाओं की तबीयत बिगड़नी शुरु हुई है और अभी तक 16 महिलाओं को गंभीर हालत में ज़िला मुख्यालय स्थित छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान यानी सिम्स में भर्ती कराया गया है.

सिम्स में जिन महिलाओं को भर्ती कराया गया है, उनमें दो महिलायें विशेष संरक्षित जनजाति बैगा समुदाय की हैं. राज्य में बैगा, कमार, कोरवा, बिरहोर और पंडो को विशेष संरक्षित जनजाति में रखा है और इनकी नसबंदी पर पूरी तरह से रोक है. इसके बाद भी बैगा महिलाओं की नसबंदी ने कई सवाल खड़े कर दिये हैं.

इस मामले में पेंड्रा के एसडीएम डाक्टर अभिमन्यु सिंह ने ताबड़तोड़ छापामार कार्रवाई की है और स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से एसडीएम ने सिप्रोसिन-500 नामक एंटीबायोटिक जब्त किया है. उन्होंने कहा कि इसी दवा के कारण महिलाओं की तबीयत बिगड़ने की आशंका है.

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