छत्तीसगढ़

वर्षा से बांगो-गंगरेल बांध भरे

रायपुर | संवाददाता: मंगलवार को छत्तीसगढ़ के दो बड़े बांध बांगो तथा गंगरेल में बारिश के कारण क्रमशः 96 एवं 99 प्रतिशत पानी भर गया. वहीं, छत्तीसगढ़ के जल संसाधन विभाग के सचिव ने ओडिसा फोन करके हीराकुंड बांध के और अधिक गेट खोलने का अनुरोध किया है ताकि छत्तीसगढ़ के तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न न हो. मंगलवार दोपहर तक हीराकुंड बांध के 15 गेट खोले गये थे.

लगातार हो रही बारिश के फलस्वरूप छत्तीसगढ़ के 42 बड़े और मध्यम श्रेणी के सिंचाई जलाशयों में पर्याप्त पानी भर चुका है. इनमें दो बड़े जलाशयों मिनीमाता बांगो एवं गंगरेल बांध में जल भराव क्रमशः 96 एवं 99 प्रतिशत तक पहुंच गया है.

मनियारी, खरखरा, कोसारटेडा, परलकोट, छिरपानी, सुतियापाट, सरोदा, कर्रानाला, केदारनाला, किनकारी नाला, पेंड्रावन, रूसे, मटियामोती एवं तांदुला जलाशय 100 प्रतिशत भर चुके है.

वर्तमान में महानदी कछार में स्थित गंगरेल बांध तथा हसदेव नदी पर स्थित मिनीमाता बांगो परियोजना के जल ग्रहण क्षेत्रों में वर्षा लगातार जारी है. जिससे इन दोनों ही जलाशयों में पानी की आवक निरंतर हो रही है. इन दोनों ही परियोजनाओं से मंगलवार दोपहर 12 बजे की स्थिति में 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है.

गंगरेल बांध में सबेरे 8 बजे एक लाख 79 हजार क्यूसेक पानी की आवक थी. दोपहर एक बजे की स्थिति में यह आवक कम होकर 81 हजार क्यूसेक हो गई. बांगो परियोजना में एक लाख 76 हजार क्यूसेक पानी की आवक हो रही है.

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