कृषि

चेकडैम निर्माण घोटाला

बिलासपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के कृषि विभाग द्वारा चेकडैम निर्माण कराने के नाम पर लाखों का घोटाला करने का मामला सामने आया है. पता चला है कि अधिकारियों ने कागज़ों पर चेकडैम निर्माण में सरकारी फंड की जमकर बंदरबांट की है. कुछ जगहों पर कृषि विभाग के अधिकारियों ने कम लागत वाले बोल्डर चेकडैम बनाकर फंड की बाकी राशि आहरित कर ली है.

दरअसल गावों में सिंचाई सुविधा के विकास के लिए कृषि विभाग द्वारा चेकडैम बनाए जाते हैं. बिलासपुर में भी राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत वित्त वर्ष 2012-13 के दौरान 28 चेकडैम निर्णाण की मंजूरी मिली थी जिसके लिए प्रत्येक चेकडैम की लागत 8.80 लाख रुपए निर्धारित की गई थी और इसी हिसाब से राशि आबंटित की गई थी.

इस योजना के तहत कृषि विभाग ने बिलासपुर जिले के सक्तीबहरा में 4, करहकछार में 3, बहरामुड़ा में 2, लमकेलियापारा, लमेरपारा, नवागांव तेंदूभाठा, चांपी नाला और रिंगवार में एक-एक चेकडैम का निर्माण करवाया है लेकिन इनमें से कई स्थानों पर निश्चित चेकडैम की जगह बोल्डर चैकडैम का निर्माण किया गया है.

विशेषज्ञों का कहना है कि प्रत्येक बोल्डर चेकडैम की लागत एक से डेढ़ लाख ही होती है. इसके अलावा बिलासपुर जिले के अन्य ब्लॉकों में भी अधिकारियों ने निर्माण की आड़ में सरकारी फंड में बंदरबांट किए जाने का मामला सामने आया है.

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