कलारचना

अमित-शशि के बीच सलीम-जावेद ने खड़ी की थी ‘दीवार’

मुंबई | मनोरंजन डेस्क: 40 साल पहले रिलीज हुई फिल्म ‘दीवार’ ने अमिताभ बच्चन, यश चोपड़ा तथा सलीम-जावेद की जिंदगी बदल कर रख दी थी. फिल्म ‘दीवार’ के बाद से अमिताभ ने बालीवुड में अपने लिये स्थाई स्थान बना लिया तथा उनकी यश चोपड़ा तथा सलीम-जावेद के साथ मशहूर तिकड़ी बन गई थी. इस तिकड़ी ने हिन्दी सिनेमा के दर्शकों को फिल्म ‘दीवार’ के बाद भी लगातार हिट फिल्में दी. दर्शकों के बीच में सलीम खान तथा जावेद अख्तर की जोड़ी मानों एक ही नाम बन कर रह गई थी जिसे सलीम-जावेद के नाम से पुकारा जाता था. फिल्म ‘दीवार’ का एक डॉयलाग उन दिनों बहुत मशहूर हुआ था जिसे आज भी पुराने लोग याद करते हैं. वह डॉयलाग फिल्म ‘दीवार’ में शशि कपूर के द्वारा बोला गया था ” मेरे पास मां है”. फिल्म ‘दीवार’ के इस डॉयलाग ” मेरे पास मां है” को बालीवुड की श्रेष्ठ डॉयलागों में से गिना जाता है. कहा जाता है कि यदि सलीम-जावेद ने इतनी बेहतरीन कहानी न लिखी होती तो फिल्म ‘दीवार’ अपने समय की ब्लागबस्टर फिल्म न बन पाती वहीं, यह भी माना जाता है कि सलीम-जावेद के कहानी में जान डालने का काम अमिताभ बच्चन ने ही किया था.

महानायक अमिताभ बच्चन की मशहूर फिल्म ‘दीवार’ रिलीज हुए 40 साल हो गए. अमिताभ ने पटकथा लेखक सलीम खान व जावेद अख्तर को एक ‘संपूर्ण कहानी’ लिखने के लिए धन्यवाद दिया है. ‘दीवार’ की कहानी दो भाइयों अमिताभ एवं शशि कपूर के इर्दगिर्द घूमती है. आज से 40 साल पहले फिल्म ‘दीवार’ को देखने के लिये सिनेमा घरों में टिकट खरीदने के लिये दर्शकों की ‘दीवार’ सी कढ़ी हुआ करती थी.

अमिताभ ने बुधवार को ट्विटर पर लिखा, “40 साल! 40 साल पहले आज ही के दिन ‘दीवार’ रिलीज हुई थी. 21 जनवरी, 1975. सर्वाधिक संपूर्ण कहानी लिखने के लिए आपका शुक्रिया सलीम-जावेद साहब.”
Amitabh Bachchan✔ @SrBachchan- 40 years ! 40 years ago, this day, DEEWAR was released !! 21st Jan 1975 .. Thank you Salim-Javed Saheb for the most perfect script.

यश चोपड़ा निर्देशित ‘दीवार’ हिंदी सिनेमा की सर्वाधिक प्रतिष्ठित फिल्मों में से एक मानी जाती है.

अकादमी पुरस्कार विजेता फिल्म निर्देशक डैनी बॉयल ने इसे ‘भारतीय सिनेमा की कुंजी’ बताया है.

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