सैयदना की शोक सभा में 18 मरे
मुंबई | समाचार डेस्क: बोहरा समाज के गुरु सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन की शोकसभा में 18 की मौत हो गई है. इसके अलावा भगदड़ से 40 लोग घायल हो गये हैं, बताया जा रहा है कि मृतको की सेख्या बढ़ सकती है.
17 शव अस्पताल में तथा एक शव घटना स्थल पर है. गौरतलब है कि दाऊदी बोहरा समुदाय के आध्यात्मिक गुरु सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन का शुक्रवार को निधन हो गया था.
हादसा रात के 1.30 का है जब धर्मगुरु के अनुयायी उनके शोक सभा में आये थे. शोकसभा उनके निवास सैफी महल में रखा गया था. पुलिस और बृह्णमुंबई नगरनिगम के आपदा नियंत्रण अधिकारियों ने बताया कि भगदड़ आधी रात के बाद लगभग 1.30 बजे उस वक्त मचा जब हजारों शोक संतप्त लोग सैफी महल के नजदीक उमड़े थे. अचानक मची भगदड़ की वजह का पता नहीं चल पाया है.
बीएमसी आपदा नियंत्रण कक्ष ने बताया कि लगभग 20 घायलों का इलाज किया गया या उन्हें जाने दिया गया है, जबकि अन्य तीन को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
एक अधिकारी ने बताया कि बुरहानुद्दीन का शुक्रवार सुबह निधन हो गया था. वह 102 वर्ष के थे और उनका दक्षिण मुंबई के भिंडी बाजार में अंतिम संस्कार होने वाला था.
दाऊदी बोहरा समुदाय के आध्यात्मिक प्रमुख सैयदना मोहम्मद बुहानुद्दीन का शुक्रवार को यहां हृदयगति रुकने से निधन हो गया था. जैसे ही खबर फैली, दाऊदी बोहरा समुदाय के हजारों लोग सैफी महल की ओर उमड़ पड़े थे.
गुरु सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन
सैयदना का जन्म गुजरात के सूरत में 6 मार्च 1915 को हुआ था. 15 वर्ष की उम्र में उन्होंने पहला हज यात्रा किया था. 19 साल की उम्र में ही उन्हें भविष्य के गुरु के रूप में जाना जाता था. अपने पिता ताहिर सैफ्फुद्दीन की मृत्यु के पश्चात वे बोहरा समाज के 52वें गुरु बने.