रायपुर

छत्तीसगढ़ में हर तहसील में खुलेगी उर्दू लाइब्रेरी

रायपुर|संवाददाता: छत्तीसगढ़ में संभाग, जिला और तहसील स्तर पर उर्दू लाइब्रेरी शुरु की जायेगी.

राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि उर्दू लाइब्रेरी के लिए उर्दू किताब व रिसालों का इंतजाम छत्तीसगढ़ उर्दू अकादमी द्वारा किया जाएगा.

केदार कश्यप शनिवार को छत्तीसगढ़ उर्दू अकादमी द्वारा एक दिवसीय सेमीनार में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये उन्होंने अकादमी के माध्यम से उर्दू भाषा के संरक्षण संवर्धन की बात कही. इस अवसर पर उर्दू के शायरों, प्रशिक्षकों तथा मरहूम शायरों को सम्मानित किया गया.

श्री कश्यप ने कहा कि उर्दू लाइब्रेरी के लिए उर्दू किताब व रिसालों का इंतजाम छत्तीसगढ़ उर्दू अकादमी द्वारा किया जाएगा. इसके साथ-साथ उर्दू साहित्य के शायरों-लेखकों, जरूरतमंद एवं उनकी विधवाओं को प्रतिमाह एक हजार रूपए की सहायता देने की शुरूआत की जाएगी. प्रथम चरण में 6 पुरूष एवं 4 महिलाओं को नगद राशि प्रदान की जाएगी.

उन्होंने कहा कि हमर छत्तीसगढ़ (प्राचीन और आधुनिक) का हिन्दी और उर्दू भाषा में प्रकाशन छत्तीसगढ़ उर्दू अकादमी द्वारा किया जाएगा. उर्दू शिक्षा एवं संस्कृति में विशेष योगदान देने वाली महिला को 25000 रूपए का जीनते उर्दू अवार्ड नुरूस्सुबा के नाम से दिया जाएगा. इसी प्रकार उर्दू शायर एवं लेखक के लिए मौलाना अब्दुल रऊफ पुरस्कार 25000 रूपए राशि का प्रदान किया जाएगा. खुश खत का प्रकाशन छत्तीसगढ़ उर्दू अकादमी द्वारा किया जाएगा. जिसे उर्दू स्कूलों, मदरसों के छात्र-छात्राओं को निःशुल्क पुस्तक वर्ष 2017-18 से वितरित किया जाएगा.

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रमेश बैस के अलावा सुरेन्द्र सिंह कैम्बो, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग, मोहम्मद अकरम कुरैशी अध्यक्ष छत्तीसगढ़ उर्दू अकादमी, सैय्यद सैफूदीन अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य हज कमेटी, नजमा अजीम खान उपाध्यक्ष, उर्दू अकादमी, शफीक अहमद उपाध्यक्ष, छत्तीसगढ़ उर्दू अकादमी, जकी अहमद, अब्दुलहफीज एवं अकादमी के सचिव एम.आर. खान समेत बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक एवं बच्चे उपस्थित थे.

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