ताज़ा खबरदेश विदेश

सबसे खतरनाक जगह पर मिले उत्तर और दक्षिण कोरिया

प्योंगयांग। डेस्क: प्योंगयांग की हथियारों संबंधी महत्वकांक्षाओं के कारण बढ़ते तनाव के बाद नार्थ कोरिया और साउथ कोरिया के शीर्ष अधिकारियों ने 2 साल से अधिक समय बाद पहली आधिकारिक वार्ता शुरू की. इसमें उत्तर कोरिया ने आगामी शीतकालीन ओलंपिक में एथलीट और एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजने का प्रस्ताव रखा. वहीं दक्षिण कोरिया ने खेलों के आयोजन के समय ही उन परिवारों का पुनर्मिलन आयोजित किए जाने की अपील की जो 1950-53 कोरियाई युद्ध के कारण अलग हो गए थे.

बता दें कि नार्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने नववर्ष के अपने भाषण में संकेत दिया था कि प्योंगयांग शीतकालीन खेलों के लिए दक्षिण कोरिया में अपना प्रतिनिधिमंडल भेजने का इच्छुक है जिसके बाद लंबे समय से रुकी वार्ता के पटरी पर लौटने की राह प्रशस्त हुई. सियोल ने उच्च स्तरीय वार्ता का प्रस्ताव पेश किया था.दोनों पड़ोसी देशों के बीच पिछले दो वर्ष से बंद हॉटलाइन पिछले सप्ताह फिर से चालू की गई.

यह बैठक प्रायद्वीप को विभाजित करने वाले सबसे खतरनाक विसैन्यीकृत क्षेत्र में स्थित संघर्ष विराम गांव पनमुनजोम में हुई. उत्तर कोरिया का समूह सैन्य सीमांकन रेखा पर चलकर दक्षिण कोरिया स्थित पीस हाउस परिसर पहुंचा. दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्री चो म्योंग ग्यों और उत्तर कोरिया के मुख्य प्रतिनिधि री सोन ग्वोन ने पीस हाउस के प्रवेश पर और बाद में वार्ता की मेज पर एक दूसरे से हाथ मिलाया. उत्तर कोरिया की मानक परंपरा के अनुसार री ने अपने कोट के कॉलर के बाईं ओर एक बैज लगा रखा था. इस पर देश के संस्थापक किम इल सुंग और उनके बेटे किम जोंग इल की तस्वीर थी.वहीं चो ने भी दक्षिण कोरिया के झांडे वाला बैज लगा रखा था।

दक्षिण कोरिया के उप एकीकरण मंत्री चुन हाए सुंग ने बताया कि उत्तर कोरिया के अपने एथलीटों के अलावा एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल, समर्थकों, कलाकारों और तायांडो टीम को खेलों में भेजने का प्रस्ताव रखा है. उन्होंने बताया कि दक्षिण कोरिया ने दोनों पक्षों के उद्घाटन समारोह में एक साथ मार्च करने का सुझााव रखा और परिवारों के पुनर्मिलन के पुनरारंभ की अपील के अलावा अनावश्यक संघर्षों को रोकने के लिए सैन्य वार्ता एवं रेड क्रॉस वार्ता का भी अनुरोध किया. उत्तर कोरिया के पास शीतकालीन खेलों के लिए क्वालीफाई करने वाले खिलाड़ियों की संख्या कम है. ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि वह 9 से 25 फरवरी तक होने वाले इन खेलों में बड़ी संख्या में चीयरलीडर्स भेज सकता है.

error: Content is protected !!