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किसान क्रेडित कार्ड में कर्ज पर रोक

रतनपुर | उस्मान कुरैशी: सेवा सहकारी समिति रतनपुर ने किसानों को क्रेडित कार्ड पर नए कर्ज देने पर रोक लगा रखी है. समिति के प्रभारी प्रबंधक ने प्रधान कार्यालय के बकाया वसूली के मौखिक निर्देष पर ऐसा किया जाना बताया है. कर्ज लेने किसान समिति प्रबंधक के चक्कर लगा के परेषान हो रहे है.

प्रदेष षासन किसानों को बिना ब्याज के सहजता से कर्ज देने के दावें करती थकती नही. वही जमीन पर ऐसे दावों की पोल सहजता से खुल जाती है. सेवा सहाकारी समिति रतनपुर ने अपने किसानों को नए कर्ज देने से पर रोक लगा रखी है.

समिति के प्रभारी प्रबंधक श्रीवास ने किसान क्रेडिट कार्ड धारी किसान षिव षंकर बरगाह को लिखित में दी जानकारी में कहा है कि सेवा सहकारी समिति मर्यादित रतनपुर पंजीयन क्रमांक 256 को प्रधान कार्यालय बिलासपुर व षाखा कार्यालय रतनपुर के मौखिक निर्देषानुसार अपैल 2014 के 12 लाख की वसूली का टारगेट दिया गया है. टरगेट की वसूली 2 फीसदी है जिसके कारण किसान क्रेडिट कार्ड नया 20 अपैल से प्रारंभ किया जाएगा.

करैहापारा रतनपुर निवासी 70 वर्शीय किसान षिवषंकर बरगाह बीते सप्ताह भर से किसान क्रेडिट कार्ड से कर्ज लेने अपने बेटे बलदेव के साथ भटक रहे है. बलदेव के मुताबिक जिला सहकारी केन्द्रीय बैक की रतनपुर षाखा से उनके पिता षिव षंकर बरगाह के नाम पर क्रेडित कार्ड बना है. उनके पिता के नाम पर बैंक का किसी भी प्रकार का बकाया नही है. खेती की तैयारी के लिए उन्हे रूपयों की दरकार है. बलदेव कर्ज लेने वह अपने पिता को लेकर समिति प्रबंधक श्रीवास के के पास गया उन्होने पप्पू चित्रकार से मिलने की बात कही .

बलदेव का आरोप है कि जब वह पप्पू से मिला तो उसने कर्ज देने पर्ची में एंटी करने रूपयों की मांग की . रूपये देने के से इंकार कर मामले की षिकायत समिति प्रबंधक से की तो उन्होने वसूली नही होने का हवाला देते हुए 20 अप्रैल 2014 के बाद कर्ज देने की बात कही. उन्होने ये जानकारी लिखित में भी दी है.

जानकारों के मुताबिक कर्ज अदायगी के साथ किसानों के क्रेडिट कार्ड में कर्ज लिमिट की राषि जमा करा दी जाती है. किसान अपनी सुविधा के अनुसार क्रेडिट कार्ड से रूपए निकालकर खर्च कर सकते है. खेती किसानी के कामों की तैयारी में किसान जुट गए है. ऐसे में खपतवार नश्ट करने खेतों को समतलीकरण करने सहित प्रारंभिक कामों के लिए किसानों को रूपए की दरकार है. कर्ज के लिए किसानों को भटकना पड़ रहा है.

मामले पर जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक बिलासपुर के अध्यक्ष देवेन्द्र पांडेय से मोबाइ्रल पर संपर्क कर मामले में उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होने रास्ते में होने बात कर बाद में बात करने की बात कही.
मामले पर सेवा समिति के अध्यक्ष संतोश तिवारी का कहना है कि मैने संस्था प्रबंधक से मामले पर चर्चा की है तो उन्होने केन्द्रीय कार्यालय के मौखिक निर्देष होने की बात कही है. कर्ज देने किसी के द्वारा पैसे की मांग की गई तो गलत है. ऐसी कोई षिकायत मिली तो जांच कराके कार्रवाई की जाएगी .

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