युवा जगत

कॅरिअर काउंसिलिंग में कॅरिअर

नई दिल्ली | डेस्क : क्या कॅरिअर काउंसिलिंग भी कोई कॅरिअर हो सकता है?

इस बात पर यकीन करना मुश्किल होगा लेकिन हकीकत ये है कि आज की तारीख में कॅरिअर के बारे में मार्गदर्शन भी एक बड़ा कॅरिअर है. सुप्रसिद्ध लेखिका उषा अल्बुकर्क एवं निधि प्रसाद ने अपने इस लेख में इसी विषय पर प्रकाश डाला है, जिसे हम रोजगार समाचार से साभार प्रकाशित कर रहे हैं.

कहा जाता है कि हम अपने जीवन में दो महत्वपूर्ण निर्णय लेते हैं. पहला, जीवन-साथी का चयन, और दूसरा, किसी कॅरिअर या व्यवसाय का चयन. ये दोनों महत्वपूर्ण निर्णय निर्धारित करते हैं कि हम अपने जीवन से खुश रहेंगे या नहीं. और जहां एक ओर हम अपने पहले निर्णय पर पर्याप्त समय, ध्यान एवं पैसा लगाते हैं, वहीं दूसरी ओर किसी कॅरिअर के चुनाव पर प्राय: थोड़ा ध्यान दिया जाता है.

किसी कॅरिअर का निर्णय अवास्तविक व्यावसायिक इच्छाओं, अपर्याप्त ज्ञान, अभिभावकों के दबाव तथा समाज के दबाव और भावनात्मक तथ्यों के आधार पर लिया जाता है जो इस निर्णय से अप्रासंगिक होता है. हमारा समाज विशेष रूप से ऐसा है जो इस तथ्य को ठुकराते हुए कि प्रत्येक व्यक्ति क्षमताओं, मूल्यों, रूचियों तथा व्यक्तित्व शैलियों में अलग होता है, और आज विद्यमान हजारों कार्य-अवसरों में से किसी में अत्यधिक सफल हो सकता है, सामाजिक तौर पर बच्चे को तब तक महत्व नही दिया जाता जब तक कि वह एक डॉक्टर, इंजीनियर, व्यवसाय प्रबंधक या कोई चार्टरित लेखाकार न बन जाए.

कॅरिअर अवसरों का विस्तार और युवाओं की मांग तथा आवश्यकताओं के बढऩे के कारण, कॅरिअर काउंसिलिंग ने महत्व तथा प्रसिद्धि प्राप्त कर ली है. अब इसे किसी व्यक्ति को उसके कॅरिअर लक्ष्यों का पता लगाने, चिंतन करने और उसे प्राप्त करने में सहायता करने के लिए एक उद्देश्य और परामर्श देने को व्यावसायिक स्रोत के रूप में स्वीकार किया जाता है.

कॅरिअर काउंसिलिंग क्या है: कॅरिअर काउंसिलिंग एक ऐसा कार्य है जो आपको, अपने आप को जानने तथा समझने का मौका देता है साथ ही आपकी शैक्षिक योग्यता, कार्य एवं जीवन-निर्णयों पर आपको जानकार बनाने के लिए रोज़गार-जगत की जानकारी देने में सहायता करता है. स्नातक होने के बाद, प्रमुखता से आप कौन सा रोज़गार प्राप्त करना चाहते हैं, इन तथ्यों पर निर्णय लेने की तुलना में कॅरिअर विकास का महत्व अधिक है. यह एक ऐसा व्यापक, विकासात्मक कार्यक्रम है जो शैक्षिक एवं व्यावसायिक पसंद से लोगों को अवगत कराता है तथा उन्हें कार्यान्वित करने में उनकी सहायता करने के लिए तैयार किया जाता है.

व्यावसायिक काउंसिलिंग किसी छात्र के प्रदर्शन को व्यापक स्तर तक सुधार सकता है, ताकि उसे ज्ञात कॅरिअर विकल्पों के ज्ञान एवं उन्हें चुनने की स्वतंत्रता के साथ शारीरिक, मानसिक एवं भावनात्मक रूप से विकसित होने में सक्षम बनाया जा सके. कोई कॅरिअर मार्गदर्शन एवं काउंसिलिंग कार्यक्रम किसी भी व्यक्ति के आत्म-ज्ञान, शैक्षिक एवं व्यावसायिक खोज एवं कॅरिअर नियोजन में उसकी क्षमताओं का विकास करता है.

कॅरिअर काउंसलर छात्रों को उनकी क्षमताओं, रुचियों, प्रतिभा तथा व्यक्तित्व विशेषताओं का मूल्यांकन करने में सहायता करते हैं, ताकि वे यथार्थ शैक्षिक एवं कॅरिअर लक्ष्यों का विकास कर सकें. काउंसिलिंग का उद्देश्य छात्रों को, जो चल रहा है उसे समझने, और अपने स्वयं के विकल्प लेने में समर्थ बनाने, अपने निर्णय पर पहुंचने तथा उन पर तद्नुसार कार्य करने में सक्षम बनाना है. यह कई उपलब्ध व्यवसायों में से चयन करने के लिए तैयार होने, चयन करने और निर्णय लेना जारी रखने की जीवन-भर की प्रक्रिया है.

कोई भी काउंसलर विभिन्न आयु वर्गों वाले तथा विभिन्न पारिवारिक स्थितियों तथा संस्कृति वाले लोगों के साथ कार्य करते हैं. अधिकांश स्कूलों में एक कॅरिअर काउंसलर या स्कूल काउंसलर होता है, जो छात्रों के लिए कॅरिअर-मार्गदर्शन का कार्य भी संभाल सकता है. कॅरिअर काउंसलर, छात्रों एवं व्यक्तियों के लिए खुले काउंसिलिंग केन्द्रों पर, उनके कॅरिअर के विभिन्न चरणों पर मार्गदर्शन कार्य भी कर सकते हैं. कॅरिअर निर्णय ऐसा नहीं है जो किसी व्यक्ति के जीवन में केवल एक ही बार घटित होता हो, बल्कि यह एक ऐसी सतत प्रक्रिया है, जो किसी भी चरण पर लिया जा सकता है.

पात्रता: काउंसिलिंग में किसी कॅरिअर के लिए, १०+२ के बाद, स्नातक स्तर पर मनोविज्ञान, सामाजिक कार्य आदि जैसे विषय लेना और उसके बाद काउंसिलिंग में स्नातकोत्तर योग्यता प्राप्त करना श्रेष्ठ होता है. हालांकि, कॅरिअर काउंसिलिंग का कोई विशेष पाठ्यक्रम नहीं है, लेकिन मार्गदर्शन एवं काउंसिलिंग के अधिकांश पाठ्यक्रमों में कॅरिअर काउंसिलिंग भी शामिल होती है और मनोविज्ञान की पृष्ठभूमि रखने वाले काउंसलर इस कॅरिअर को अपनाने के लिए आदर्शत: उपयुक्त होते हैं, क्योंकि मानव आचरण में उनका ज्ञान एवं अंतर्दृष्टि उन्हें अपने ग्राहकों को बेहतर रूप में समझने में सहायक होती है. कुछ वर्षों का अनुभव रखने वाले अध्यापक भी कॅरिअर मार्गदर्शन एवं काउंसिलिंग का कार्य कर सकते हैं.

किसी भी विषय में मास्टर डिग्रीधारी उम्मीदवार काउंसिलिंग में डिप्लोमा पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करने के पात्र होते हैं, किन्तु कुछ संस्थान मनोविज्ञान की पृष्ठभूमि रखने वाले छात्रों को वरीयता देते हैं. पाठ्यक्रम की अवधि १-२ वर्ष होती है. मनोविज्ञान में स्नातक उम्मीदवार पी.जी. डिप्लोमा पाठ्यक्रम कर सकते हैं. नियमित अध्ययन के अलावा, काउंसिलिंग एवं मार्गदर्शन में अधिकांश पाठ्यक्रम अंशकालिक एवं पत्राचार रूप में भी चलाए जाते हैं.

कार्य-अवसर: अधिकांश कॅरिअर-काउंसलर स्कूलों या शैक्षिक संस्थाओं में अथवा कॅरिअर एवं अध्यापन परामर्श सेवा संस्थाओं के साथ कार्य करते हैं. वे कॉलेजों, प्रवेश-अपेक्षाओं, प्रवेश-परीक्षाओं तथा वित्तीय सहायता पर परामर्श देते हैं. वे कॅरिअर सूचना केन्द्रों और कॅरिअर शिक्षा कार्यक्रमों के साथ भी कार्य कर सकते हैं. वे छात्रों में जीवन-वृत्त लेखन और साक्षात्कार देने की तकनीकों आदि जैसे कार्य तलाशने के कौशल का भी विकास करते हैं.

कॅरिअर-काउंसलर भर्ती-एजेंसियों के साथ भी कार्य कर सकते हैं और कॅरिअर-विकास तथा रोज़गार तलाशने और आवेदन कराने सहित छात्रों की सहायता करने में रोज़गार एवं तैनाती काउंसिलिंग में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं. विदेश में शिक्षा लेने की मानसिकता में वृद्धि होने के साथ ही, कॅरिअर काउंसलर छात्रों को अध्ययन-पाठ्यक्रम, संस्थान एवं देश के चयन के बारे में परामर्श दे रहे हैं तथा आवेदन प्रक्रिया में सहायता कर रहे हैं.

संस्थाओं की सूची: मार्गदर्शन एवं काउंसिलिंग में स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम चलाने वाले कुछ संस्थान निम्नलिखित हैं :
*राष्ट्रीय शिक्षा एवं अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद-एन.सी.ई.आर.टी., नई दिल्ली – Delhi www.ncert.nic.in
*राजीव गांधी राष्ट्रीय युवा विकास संस्थान, तमिलनाडु (एम.ए. कॅरिअर काउंसिलिंग) – www.rgniyd.gov.in
*इंदिरा गांधी राष्ट्रीय खुला विश्वविद्यालय (इग्नू) – www.ignou.ac.in
*एमिटी विश्वविद्यालय, नोएडा – www.amity.edu
*ज्ञान प्रबोधिनी मनोविज्ञान संस्थान (जे.पी.आई.पी.), पुणे.
*जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, दिल्ली – www.jmi.ac.in
*अन्नामलै विश्वविद्यालय, तमिलनाडु – annamalaiuniversity.ac.in
तलाश करें कि आप श्रेष्ठ क्या करना चाहेंगे और इसे करने के लिए किसी ऐसे व्यक्ति को चुनें जो इसमें आपकी सहायता करें.

One thought on “कॅरिअर काउंसिलिंग में कॅरिअर

  • Deeksha gautam

    Please tell me kon se goverment collage pg diploma in guidence and councllor from psychology se kraty h

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