योगी आदित्यनाथ UP के CM होंगे
लखनऊ | समाचार डेस्क: सांसद योगी आदित्यनाथ यूपी के मुख्यमंत्री होंगे. शनिवार को तेजी से बदले घटनाक्रम के बाद भाजपा नेतृत्व ने सांसद योगी आदित्यनाथ को यूपी की प्रशासनिक कमान सौंपने का निर्णय ले लिया. योगी आदित्यनाथ 19 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उन्हें भाजपा के हिन्दुत्ववादी राजनीति का चेहरा माना जाता है. योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से लगातार 5 बार से सांसद हैं. बीबीसी संवाददाता समीरात्मज मिश्र ने लखनऊ से जानकारी दी है कि दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य उप मुख्यमंत्री होंगे.
सबसे पहले यूपी के मुख्यमंत्री पद के लिये राजनाथ सिंह का नाम आया था. परन्तु उनके द्वारा इस पद के लिये तैयार न होने पर यूपी भाजपा के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य तथा केन्द्रीय मंत्री मनोज सिन्हा का नाम चल रहा था. शनिवार को अचानक योगी आदित्यनाथ को विशेष हवाई जहाज से दिल्ली बुला लिया गया. उसी के बाद से तय माना जा रहा था कि उनके नाम पर भाजपा नेतृत्व सहमत हो गया है.
योगी आदित्यनाथ को फायरब्रांड नेता के रूप में जाना जाता है. समय-समय पर उनके द्वारा दिये गये बयानों से राजनीतिक माहौल गर्म होता रहा है. गौरतलब है कि दादरी हत्याकांड पर योगी आदित्यनाथ ने कहा था, “यूपी कैबिनेट के मंत्री आजम ख़ान ने जिस तरह यूएन जाने की बात कही है, उन्हें तुरंत बर्ख़ास्त किया जाना चाहिये. आज ही मैंने पढ़ा कि अख़लाक़ पाकिस्तान गया था और उसके बाद से उसकी गतिविधियां बदल गई थीं. क्या सरकार ने ये जानने की कभी कोशिश की कि ये व्यक्ति पाकिस्तान क्यों गया था? आज उसे महिमामंडित किया जा रहा है.”
योग और सूर्य नमस्कार के मुद्दे पर उन्होंने कहा था, “जो लोग योग का विरोध कर रहे हैं उन्हें भारत छोड़ देना चाहिये. जो लोग सूर्य नमस्कार को नहीं मानते उन्हें समुद्र में डूब जाना चाहिये.”
योगी आदित्यनाथ ने मुस्लिमों की बढ़ती जनसंख्या पर कहा था, “मुस्लिमों की जनसंख्या तेजी से बढ़ना खतरनाक रुझान है, यह एक चिंता का विषय है, इस पर केंद्र सरकार को कदम उठाते हुये मुसलमानों की आबादी को कम करने की कोशिश करनी चाहिये.”
फरवरी 2015 में उन्होंने कहा था, “अगर उन्हें अनुमति मिले तो वो देश के सभी मस्जिदों के अंदर गौरी-गणेश की मूर्ति स्थापित करवा देंगे. आर्यावर्त ने आर्य बनाये, हिंदुस्तान में हम हिंदू बना देंगे. पूरी दुनिया में भगवा झंडा फहरा देंगे. मक्का में ग़ैर मुस्लिम नहीं जा सकता है, वैटिकन में ग़ैर ईसाई नहीं जा सकता है. हमारे यहां हर कोई आ सकता है.”
हालांकि, यह माना जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ के लिये मुख्यमंत्री पद की डगर आसान नहीं होगी. इसका कारण है कि सभी वर्गो ने यूपी में भाजपा को वोट देकर उसे पूर्ण बहुमत दिलाया है. इसमें पिछड़ों के साथ-साथ मुस्लिम महिलायें भी हैं. योगी आदित्यनाथ के लिये भाजपा को स्पष्ट जनादेश देने वालों को नज़रअंदाज करना आसान न होगा. उन्हें इन सब को लेकर चलना होगा. आगे 2019 में लोकसभा का चुनाव होना है जिसमें फिर से यूपी को निर्णायक रोल अदा करना है.