‘दिल्ली में मोदी, यूपी में योगी’
नई दिल्ली | संवाददाता: शनिवार से योगी आदित्यनाथ गूगल में टॉप 5 ट्रेंड में हैं. जब से यूपी के मुख्यमंत्री के लिये गोरखपुर से भाजपा के सांसद योगी आदित्यनाथ का तय हुआ है भारतीय सोशल मीडिया में वे छा गये हैं. योगी आदित्यानाथ को यूपी का मुख्यमंत्री बनाना हिन्दुत्व की जीत के तौर पर देखा जा रहा है. वहीं, भाजपा के ही कुछ समर्थक इससे निराश भी हो गये हैं.
फेसबुक पर एक रश्मि चतुर्वेदी ने लिखा है कि अब अयोध्या में राम मंदिर बन जायेगा. उन्होंने लिखा है, “बधाई हो. मैं बहुत प्रसन्न हूँ. अब मुझे पूरी उम्मीद है क़ि 2019 के पहले राम मंदिर बनने से कोई शक्ति रोक नही सकती. आख़िर हिंदू अस्मिता का सबसे बड़ा प्रतीक राम मंदिर ही है. अगर वो नही बना तो किसी भी संघर्ष का क्या लाभ?”
संन्यासी राजपूत ने लिखा, “हर घर भगवा छाएगा, हरा हरियाली दर्शाएगा. योगी के राज में यूपी जुर्म मुक्त हो जाएगा.”
दिनेश मनकथला ने ट्विटर पर लिखा, “उत्तर प्रदेश रोगी था, उसका इलाज बस योगी था. अब जल्दी ही प्रदेश स्वस्थ हो जायेगा.”
वहीं, कुछ लोग योगी आदित्यनाथ को यूपी का मुख्यमंत्री बनाये जाने का समर्थन नहीं कर रहें हैं.
मोहित शर्मा ने फ़ेसबुक पर लिखा, “ये भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की सबसे बड़ी गलती है. मुझे महसूस हो रहा है कि योगी आदित्यनाथ राज्य और केंद्र में भाजपा की सरकारों को नुकसान पहुंचाएंगे. मैं भाजपा का समर्थक हूं और पहली बार भाजपा ने मुझे निराश किया है. चुनाव जीतने के बाद बहुमत को हारने का ये कैसा तरीका है? मोदी जैसे संत के नेतृत्व वाली पार्टी से ऐसी उम्मीद नहीं थी. ये फैसला यूपी और भाजपा के इतिहास में लिखा जाएगा. यूपी में भाजपा को जब भी बहुमत मिलता है वो कुछ ऐसा कर देती है कि अगले पंद्रह सालों के लिए सत्ता से बाहर हो जाती है. ऐसा ही एक फ़ैसला आज लिया गया है. योगी मेरे मुख्यमंत्री नहीं हैं.”
दीप तोमर (@deeptomar) ने लिखा, “हमने विकास के लिए मतदान किया था सांप्रदायिकता के लिए नहीं. हमने उम्मीद को चुना था मायूसी को नहीं. हमने मोदी को वोट दिया था योगी को नहीं.”
आशुतोष राय ने नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए ट्वीट किया, “सर, यूपी के बहुमत से बहुत खुशी मिली थी लेकिन योगी को मुख्यमंत्री बनाना इसके बिलकुल उलट है.”
(बीबीसी इनपुट)