येदियुरप्पा ने दिया इस्तीफा
नई दिल्ली | संवाददाता: कर्नाटक में 52 घंटे के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बहुमत पर वोटिंग से पहले ही इस्तीफा दे दिया. बीएस येदियुरप्पा 15 मई को कर्नाटक चुनाव के परिणाम के बाद मुख्यमंत्री बनाये गये थे. लेकिन बहुमत की तमाम कोशिशों के बाद उन्होंने हार मान ली.
बीबीसी के अनुसार 15 मई को आए चुनाव नतीजों के साथ बीजेपी कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी बनी लेकिन वो बहुमत का आंकड़ा छू नहीं सकी. 222 में से बीजेपी को 104 सीटों पर ही जीत मिली. लेकिन राज्यपाल वजूभाई वाला ने साधारण बहुमत से 8 सीटें कम होने के बावजूद बीजेपी के येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री की शपथ दिला दी थी.
राज्यपाल ने येदियुरप्पा को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 15 दिनों का वक़्त दिया था. लेकिन इसके ख़िलाफ़ कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया और आधी रात को इस मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. जिसके बाद शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि येदियुरप्पा को 19 मई को शाम चार बजे ही बहुमत साबित करना होगा.
इसके बाद राज्यपाल ने बीजेपी विधायक केजी बोपैया को कर्नाटक विधानसभा का प्रो-टेम स्पीकर बनाया लेकिन कांग्रेस इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ भी सुप्रीम कोर्ट गई. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने फ़ैसला दिया कि केजी बोपैया कर्नाटक विधानसभा के प्रो-टेम स्पीकर बने रहेंगे.
शाम साढ़े तीन बजे जब लंच के बाद सदन की कार्रवाई शुरू हुई तो येदियुरप्पा ने 15 मिनट का भाषण दिया जिसके अंत में बिना शक्ति परीक्षण उन्होंने इस्तीफा दे दिया.
हालांकि माना जा रहा है कि इस्तीफे के बाद भी भाजपा हार नहीं मानेगी और असली चुनौती कांग्रेस के सामने है कि वह जेडीएस के साथ मिल कर सरकार बना भी ले तो भी इस गठबंधन को कितने दिन बरकरार रख पायेगी.