झड़प में मुर्सी समर्थक की मौत
काहिरा | एजेंसी: मिश्र में सत्ता से सेना द्वारा बेदखल किये गये राष्ट्रपति मुर्सी के एक समर्थक की मंगलवार को काहिरा में झड़प से मृत्यु हो गई है. मुर्सी समर्थको ने मंगलवार को कई मंत्रालयों का घेराव किया था जिससे उनकी पुलिस के साथ हुई झड़प में कई घाय़ल हो गये.
मुर्सी को सत्ता से बेदखल किये जाने के बाद से हुई झड़प में अब तक करीब 250 नागरिक मारे गयें हैं.
गौर तलब है कि मिश्र की एक अदालत ने मुर्सी की हिरासत 15 दिनों के लिये बढ़ा दिया गया था जिसके बाद से ताजा झड़प शुरु हो गया है. सोमवार को अदालत ने कहा था कि हमास के साथ उनके रिश्तों को लेकर अभी भी जांच लंबित है इस कारण उन्हे अभी रिहा नही किया जा सकता. पिछले 3 जुलाई को मिस्र की सेना ने 62 वर्षीय मुर्सी को अपदस्थ कर दिया था.
ज्ञात्वय रहे कि मुर्सी एक इस्लामी नेता है जो मुस्लिम ब्रदरहुड आंदोलन के जरिये सत्ता पर काबिज हुए थे. मुर्सी समर्थकों ने नयी सरकार को मानने से इंकार कर दिया है तथा वे इसका विरोध कर रहें हैं. उनके समर्थकों का कहना है कि सेना ने लोकतांत्रिक ढ़ंग से चुनी गई सरकार का तख्ता पलट कर सत्ता पर कब्जा कर लिया है.
वास्तव में प्रदर्शनकारी इस बात से नाराज हैं कि सैन्य सरकार ने करीब 15 सैन्य अधिकारियों को गवर्नर के पद पर बैठा दिया है जो एक अलोकतांत्रिक कदम है. प्रदर्शनकारियों ने सरकारी परिसर में घुसने की कोशिश की लेकिन उन्हें बल पूर्वक बाहर कर दिया गया और इसी दौरान इनकी स्थानीय लोगों और पुलिस के साथ संघर्ष हुआ.
मुर्सी पर आरोप है कि अपने एक साल के शासन में उन्होनें देश के धर्मनिरपेक्ष छवि को नुकसान पहुचाया है तथा संस्थाओं का इस्लामिकरण किया है.