क्या फिर साथ आएंगे शरद और अजित पवार?, अटकलों का बाजार गर्म
बारामती|डेस्कः महाराष्ट्र में शरद पवार और अजित पवार फिर से साथ आ सकते हैं, इसे लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. हाल ही में शरद पवार के जन्मदिन पर अजित पवार उनसे मिलने उनके घर बारामती पहुंचे थे. एक साल बाद दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी. उसके बाद से इसके सियासी मायने निकाले जा रहे हैं और कहा जा रहा है कि दोनों वापस साथ आ सकते हैं. उनके बीच सुलह को लेकर कोई बात हो रही है.
इस चर्चा के एक मायने इसलिए भी निकाले जा रहे हैं कि उनके ही परिवार के सदस्य विधायक रोहित पवार की मां सुनंदा पवार ने दोनों के साथ आने के संकेत दिए हैं. उन्होंने इस बात की ओर भी इशारा किया है कि दोनों खेमों से एकता की आवाजें उठ रही हैं.
सुनंदा पवार ने कहा है कि एकजुटता परिवार की ताकत है. पवार परिवार की पीढ़ियां सालों से अच्छे-बुरे समय में एक साथ रही है. आज भी मेरे बेटे रोहित, डिप्टी सीएम अजित पवार और उनके बेटे पार्थ सभी पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री शऱद पवार के 84वें जन्मदिन पर बधाई देने के लिए एक साथ आएं हैं.
पिछले साल जुलाई में एनसीपी में विभाजन हुआ था. इसके बाद से ही चाचा-भतीजा एक दूसरे के खिलाफ सियासी मोर्चा खोले हुए हैं.
लोकसभा चुनाव में शरद पवार ने बाजी मारी थी वहीं विधानसभा चुनाव में अजित पवार ने पटखनी दी.
दोनों नेता मंच के माध्यम से एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाते रहे हैं.
चुनाव चिह्न को लेकर दोनों गुट में खींचतान अलग चल रहा है. चुनाव के दौरान एक-दूसरे पर कटाक्ष भी कर चुके हैं.
ज्ञात हो कि एनसीपी में विभाजन के बाद चुनाव आयोग ने अजित पवार गुट को घड़ी चुनाव चिह्न दिया था.वहीं शरद पवार के गुट के नाम एनसीपी (शरदचंद्र पवार) कर दिया था.
इस पर महायुति के शिवसेना के नेता संजय शिरसाट ने कहा है कि राजनीति अलग और रिश्ते अलग चीज होती है. ऐसे में इस मुलाकात को राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं देखना चाहिए. अगर दोनों भविष्य में मिलते भी हैं तो अच्छी बात ही है. अजित दादा के पास विधायक बल ज्यादा है और वह सत्ता में भी हैं. ऐसे में भविष्य में उनके एक होने की संभावना ज्यादा है.