पुलिस मुखबिरी के शक में ग्रामीण की हत्या
बीजापुर|संवाददाताः छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में माओवादियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में एक ग्रामीण की हत्या कर दी है.
माओवादियों ने पहले युवक का अपहरण किया फिर जनअदालत लगाकर सैकडों ग्रामीणों की उपस्थिति में उसे मार डाला.
वहीं माओवादियों ने दो अन्य ग्रामीणों को बेदम पिटाई करने के बाद उन्हें छोड़ दिया है.
माओवादियों की भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने हत्या की जिम्मेदारी ली है.
पुलिस के मुताबिक घटना भैरमगढ़ ब्लॉक के मिरतुर थाना क्षेत्र के ग्राम हल्लुर की है.
बताया गया कि बुधवार को हल्लुर गांव से माओवादियों ने सुक्कु हपका समेत तीन ग्रामीणों का अपहरण कर अपने साथ ले गए थे.
उसके बाद गुरुवार को शाम लगभग 6 बजे माओवादियों ने हल्लुर गांव में जनअदालत लगाई.
इस जनअदालत में हर घऱ से ग्रामीणों को बुलाया गया था.
इसके बाद तीनों ग्रामीणों को वहां लेकर आए और तीनों पर पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप लगाया.
माओवादियों ने सुक्कु हपका को सबके सामने मौत की सजा सुना दी. जिसके बाद उसका गला घोंटकर उसे मार दिया.
वहीं अन्य दो ग्रामीणों की जमकर पिटाई की. माओवादियों ने दोनों को चेतावनी दी है कि आज के बाद कहीं पुलिस के लिए काम किया तो उन्हें भी मौत के घाट उतार दिया जाएगा.
इसके बाद दोनों को छोड़ दिया गया. शुक्रवार को सुबह पुलिस को घटना की सूचना दी गई.