छत्तीसगढ़ में भी दिल्ली जैसी घटना, अंडरब्रिज में डूब कर ग्रामीण की मौत
रायपुर। संवाददाताः दिल्ली की एक कोचिंग के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन छात्रों की मौत हो गई थी. इसी तरह की एक घटना छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में घटी है, जहां रेलवे अंडरब्रिज में डूबकर एक ग्रामीण की मौत हो गई है.
मामला रायगढ़ ज़िले के कोतरारोड थाना क्षेत्र का है.
ग्राम कोसमंदा निवासी लीलाधर रात्रे पिता छेदूलाल रात्रे, उम्र 56 वर्ष बुधवार की शाम किसी काम से घर से बाहर निकला था, लेकिन देर रात तक वापस घर नहीं पहुंचा.
परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला.
गुरुवार की सुबह ग्रामीणों ने एक लाश कलमी स्थित रेलवे अंडर ब्रिज में देखी.
इसकी जानकारी लोगों के माध्यम से परिजनों तक पहुंची.
परिजनों ने मौके पर पहुंच कर मृतक की पहचान लीलाधर रात्रे के रूप में की.
घटना की सूचना मिलते ही कोतरारोड पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पानी से बाहर निकाला.
पोस्टमार्टम के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया है.
कोतरारोड पुलिस के मुताबिक, अंडर ब्रिज में पानी भरा हुआ था, वहां से गुजरने के दौरान लीलाधर उसमें डूब गया, जिससे उसकी मौत हुई है.
ग्रामीणों में नाराजगी, किया चक्का जाम
ग्रामीण की हुई मौत से नाराज कलमी व सराईपाली के ग्रामीणों ने अंडरब्रिज के पास पहुंचे और चक्काजाम कर दिया.
इससे मार्ग पर गुजरने वाले वाहनों की कतार लग गई.
ग्रामीणों की मांग थी कि अंडरब्रिज की व्यवस्था तत्काल सुधारी जाए.
साथ ही मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए.
जानकारी मिलते ही कोतरारोड थाना प्रभारी त्रिनाथ त्रिपाठी और जिंदल कंपनी के अधिकारी मौके पर पहुंचे.
उचित मुआजवा दिए जाने के आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए और प्रदर्शन समाप्त किया.
अंडरब्रिज में पानी निकासी के लिए लगा मोटर खराब
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों बताया कि अंडरब्रिज में पानी निकासी के लिए दो मोटर लगाए गए थे, लेकिन लंबे समय से मोटर खराब हैं.
इससे पानी की निकासी नहीं हो पा रही है. इस संबंध में रेलवे प्रशासन और जिंदल कंपनी की ओर से ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
मंगलवार रात से बुधवार दोपहर तक हुई लगातार बारिश से अंडरब्रिज में पानी भर गया था. निकासी की कोई व्यवस्था न होने के कारण वहां से गुजरने के दौरान ग्रामीण की मौत हुई है.
ग्रामीणों ने कहना था कि अंडरब्रिज से जिंदल कंपनी के भारी वाहनों का गुजरना होता है. इससे कलमी व सराईपाली गांव की सड़क पूरी तरह से जर्जर हो गई है.
इसके कारण लगातार हादसे भी होते रहते हैं.
ग्रामीणों ने मार्ग से भारी वाहनों के आवागमन पर पूरी तरह से पाबंद लगाने और सड़क को बनवाने की मांग की.
जिंदल प्रबंधन ने ग्रामीणों की मांग को जायज बताते हुए सड़क बनाने का आश्वासन दिया है.