छत्तीसगढ़ में तीन दिन का राजकीय शोक
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने प्रदेश में तीन दिन के राजकीय शोक की भी घोषणा की है. डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि स्वर्गीय श्री शुक्ल के निधन से भारतीय राजनीति के एक सुनहरे युग का अंत हो गया.
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जन्मे स्वर्गीय विद्याचरण शुक्ल आधी शताब्दी से भी अधिक समय तक राष्ट्रीय राजनीति में एक चमकीले सितारे की तरह छाए रहे. श्री शुक्ल ने समय-समय पर महासमुंद और रायपुर लोकसभा क्षेत्र से निर्वाचित होकर कई बार संसद में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया. मुख्यमंत्री ने श्री शुक्ल के साथ अपने वर्षों पुराने आत्मीय संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य के हितों से जुड़े विभिन्न विषयों पर मुझे भी उनका बहुमूल्य मार्गदर्शन हमेशा मिलता रहा. स्वर्गीय श्री शुक्ल ने केन्द्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में मंत्री के रूप में अपनी कुशल प्रशासनिक क्षमता का परिचय देते हुए देश को उल्लेखनीय सेवाएं दी.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 70 के दशक में दूरदर्शन केन्द्र की स्थापना में उनका महत्वपूर्ण योगदान था. डॉ. रमन सिंह ने कहा कि स्वर्गीय श्री शुक्ल एक कर्मठ जनप्रतिनिधि, कुशल प्रशासक और गंभीर चिन्तक थे. राज्य के बस्तर जिले के दरभा क्षेत्र में नक्सलियों की जघन्य हिंसा की वजह से घायल श्री शुक्ल का आज गुडग़ांव के मेदांता अस्पताल में निधन निश्चित रूप से अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि नक्सलियों ने 84 वर्ष के वयोवृद्ध नेता की हत्या करके अपने अमानवीय और घिनौने चेहरे को उजागर किया है.
इधर खबर है कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल का अंतिम संस्कार उनकी इच्छानुसार लाभाण्डी स्थित उनके फार्म हाऊस में बुधवार को किया जाएगा. उनके पार्थिव शरीर को विमान से रात करीब 8 बजे यहां लाया जाएगा. कांग्रेस भवन में उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. शुक्ल के करीबी समर्थक विधान मिश्रा ने बताया कि श्री शुक्ल ने अपनी वसीयत में फार्म हाउस राधेश्याम भवन में अंतिम संस्कार करने की इच्छा जाहिर की थी. उनकी इच्छानुसार बुधवार को वहां अंतिम संस्कार किया जाएगा.