वीरभद्र का स्पष्ट भ्रष्टाचार: जेटली
नई दिल्ली |समाचार डेस्क: भाजपा नेता अरुण जेटली ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर ‘स्पष्ट’ रूप से घूस लेने का आरोप लगाया है. अरुण जेटली ने आरोप लगाया है कि वीरभद्र सिंह ने चेक के माध्यम से यह धन राशि ली है.यह आरोप एक संवाददाता सम्मेलन में लगाया गया है.
इसके साथ ही अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस से उनके खिलाफ जांच चलाने और कार्रवाई करने की मांग की. जेटली ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वीरभद्र सिंह ने वेंचर एनर्जी एंड टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड से अपने और अपनी सांसद पत्नी प्रतिभा सिंह के नाम 1.5 करोड़ रुपये और 2.4 करोड़ रुपये का चेक स्वीकार किया है.
उन्होंने कहा कि नियमों का पालन करने में असफल रहने के बाद भी कंपनी को पनबिजली परियोजना में दो विस्तार दिया गया. जेटली ने कहा, “पिछले कुछ दशक में भ्रष्टाचार का कोई और मामला इतना स्पष्ट नहीं है.”
भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर केंद्रीय जांच ब्यूरो से जांच कराए जाने की मांग की है. उन्होंने साथ ही कहा कि यह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी की एक परीक्षा है कि वे भ्रष्टाचार पर जो बोलते हैं, वह करके दिखा सकते हैं या नहीं.
उन्होंने पूछा, “यह कांग्रेस पार्टी, सोनिया और राहुल की परीक्षा है. कांग्रेस को यह जवाब देना होगा कि आखिर इस व्यक्ति को पद पर कैसे बनाए रखा जा सकता है. क्या सोनिया और राहुल उनसे निपटने में समर्थ नहीं हैं?”
राज्यसभा में नेता विपक्ष जेटली ने कहा कि पैसे को कर्ज बताकर लिया गया और वीरभद्र और उनके परिवार को बिजली कंपनी के प्रमोटर की एक अन्य कंपनी में हिस्सेदार बनाया गया.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वीरभद्र की पत्नी और बच्चों को उसी प्रमोटर की एक अन्य कंपनी में हिस्सेदार बनाया गया.