यूपी में भाजपा सड़को पर उतरी
लखनऊ | एजेंसी: उत्तर प्रदेश में भाजपा ने कानून व्यवस्था तथा बिजली की किल्लत को मुद्दा बना आंदोलन की शुरुआत कर दी है. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में 80 में से अधिकांश सीट पाने के बाद भाजपा की नजर अब उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर है. इसके लिये भाजपा के युवा मोर्चा के कार्यकर्ता सड़कों की लड़ाई लड़ रहे हैं.
उत्तर प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था और बिजली संकट के खिलाफ सोमवार को राज्य की राजधानी में प्रदर्शन कर रहे भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए. विधानसभा का घेराव कर रहे कार्यकर्ताओं ने पुलिस बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की, लिहाजा भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को पानी की बौछारें करनी पड़ीं और लाठी चार्ज करना पड़ा.
भारतीय जनता युवा मोर्चा के आक्रोशित सदस्यों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ नारेबाजी की, जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज किया और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े.
भाजपा नेताओं ने लाठी चार्ज की आलोचना की और इसे अवैध तथा अनुचित ठहराया.
पार्टी ने यह भी कहा कि इस घटना में कम से कम 50 से ज्यादा कार्यकर्ता घायल हुए हैं.
भाजपा नेताओं ने कहा कि अगले दो सप्ताह तक ऐसे प्रदर्शन जारी रहेंगे.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा, “हम एक जिम्मेदार राजनीतिक दल हैं और इस नाते जनता की समस्याओं को उठाना हमारा कर्तव्य है. समाजवादी पार्टी की सरकार की शह पर इस तरह की पुलिसिया कार्रवाई से हम डरने वाले नहीं हैं.”
भाजपा और सपा कार्यकर्ताओंके बीच बीते सप्ताह इसी जगह भिडं़त हुई थी, जिसमें एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
इस घटना के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने धरना दिया था, जिसके बाद दो अधिकारियों का स्थानांतरण कर घटना की जांच के आदेश दिए गए थे.
भाजपा के अंदरूनी सूत्र कहते हैं कि हाल के लोकसभा चुनाव में मिली जीत से उत्साहित भाजपा अखिलेश यादव सरकार के खिलाफ एक सक्रियता बनाए रखना चाहती है.
सूत्रों ने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने कानून -व्यवस्था और बिजली संकट जैसे मुद्दों पर अपने सक्रिय रुख को स्वीकृति दे दी है और पार्टी की राज्य इकाई को इस तरह के विरोध प्रदर्शन तेज करने के निर्देश दिए हैं.