प्रसंगवश

चुनौती

कनक तिवारी
चुनौती देना संसार का नियम है. मुलायम कहते हैं मोदी उत्तरप्रदेश को गुजरात नहीं बना पाएंगे.मोदी पलटवार करते हैं. मुलायम उत्तरप्रदेश को गुजरात बनाकर दिखा तो दें. ‘आप‘ के कुमार विश्वास अमेठी में राहुल गांधी को चुनौती दे रहे हैं. अजीत जोगी ने भी डॉ. रमन सिंह को चुनौती दी थी कि उनके खिलाफ चुनाव लड़ें. बाद में तस्फिया हो गया.

आमिरखान की फिल्म ‘लगान‘ में फिरंगी अधिकारी ने हिन्दुस्तानी ग्रामीणों को यही चुनौती दी थी कि यदि वे उन्हें क्रिकेट के खेल में हरा देंगे, तो वे ‘लगान‘ माफ कर देंगे. सिकन्दर महान विश्व को चुनौती देते एक के बाद एक मुल्क फतह करते सतलज नदी के किनारे तक आ गया था. अन्ना हजारे के आंदोलन सरकार को चुनौती देते रहे कि हिम्मत है तो उन्हें गिरफ्तार किया जाए.

केजरीवाल कांग्रेस को लगातार चुनौती दे रहे हैं कि वह समर्थन वापस लेकर उनकी सरकार गिरा दे. नेता पर भ्रटाचार का आरोप लगता है. वह सबसे पहले चुनौती देता है. कहता है ‘मेरे खिलाफ सबूत लाओ. अन्यथा आरोप वापस लो.’

आरोपी जानता है कि सबूत तो उसके ही पास हैं. शिकायतकर्ता निन्दा सबूत कहां से लाएगा. निचली अदालत में मामला हारने के बाद वकील टी. वी. कैमरे के सामने गुर्राकर कहते हैं. ‘बड़ी अदालत में चुनौती देंगे.‘ आसाराम और लालू यादव चुनौती दिए घूम रहे हैं. नारायण दत्त तिवारी की अदालती चुनौती पर सुनवाई ही नहीं हो पा रही है.

दिल्ली के फीसहड़पू निजी स्कूल गरीब बच्चों को दाखिला नहीं देने का इरादा किए हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देकर पस्त हैं. टाटा और रिलायंस जैसी बड़ी बिजली कंपनियां दिल्ली सरकार के आदेश को असफल चुनौती देती दिखाई पड़ रही हैं कि ऑडिट नहीं कराएंगी. कभी विश्वप्रसिद्ध पहलवान किंगकांग ने चुनौती बिखेरी थी. हिन्दुस्तान के दारासिंह ने चुनौती कुबूल की. किंगकांग को धराशायी किया और विश्वप्रसिद्ध हो गए. मोदी को प्रधानमंत्री बनाने की आर. एस. एस. की चुनौती आडवाणी कबूल नहीं कर सके.

कांग्रेस में चुनौती शब्द बहुत दिनों से मुंह छिपाए बैठा है. सोनिया और राहुल गांधी के खिलाफ यह शब्द मुंह नहीं खोल पाता. महंगाई घर घर जाकर दस्तक देती है. पूछती है ‘मुझे चुनौती दोगे?‘ बेचारी गृहणियां सिसकने लगती हैं. भ्रष्टाचार हर दफ्तर में टर्रा रहा है. ‘है हिम्मत मुझे हटाओगे.‘ लोग उसके सामने दंडवत जमीन पर गिर पड़ते हैं.

खेतों, दफ्तरों, रेल और मोटरगाड़ियों में बलात्कार महिलाओं को सरेआम चुनौती देता है ‘तुम्हारी हालत उस द्रौपदी जैसी कर देंगे, जिसके पास रक्षा करने के लिए कोई कृष्ण भी नहीं होगा.’

कोई बलात्कार को चुनौती नहीं देता. लोकसभा चुनाव आ रहा है. नेता भ्रष्टाचार, महंगाई, बलात्कार वगैरह से गलबहियां करते करोड़ों रुपए लेकर मैदान में कूदेंगे. जनता को चुनौती देंगे. ‘है हिम्मत तो हमें हराओ.‘ जनता बेचारी नोटा वाली बटन भी दबा नहीं पा रही है.

* उसने कहा है-1

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!