अमरीका भारत की वृहत्तर भूमिका का समर्थक
नई दिल्ली | एजेंसी: अमरीकी रक्षा मंत्री चक हेगल ने शनिवार को भारत और अमरीका के बीच मजबूत रक्षा साझेदारी का आह्वान किया. उन्होंने क्षेत्रीय सुरक्षा के मद्देनजर भारतीय उपमहाद्वीप में भारत की वृहत्तर भूमिका को लेकर अमरीका का समर्थन जताया. हेगल ने यहां थिंकटैंक ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन में द्विपक्षीय बातचीत के दौरान चीन के संदर्भ में कहा कि भारत और अमरीकी को चीन के साथ अपने-अपने संबंधों में ‘प्रतिद्वंद्विता की रणनीति’ अपनाने से बचना चाहिए.
इसके अलावा हेगल ने भारत को रक्षा सहयोग का दायरा बढ़ाते हुए अमरीका और जापान के साथ त्रिपक्षीय रक्षा सहयोग स्थापित करने के लिए भी आमंत्रित किया.
हेगल ने कहा, “दुनिया भर में सतत शांति एवं समृद्धि के लिए भारत-अमरीका की मजबूत साझेदारी महत्वपूर्ण है. मजबूत भारत-अमरीका संबंधों के लिए अमरीका में द्विदलीय समर्थन है.”
हेगल ने कहा, “जिस तरह हमारे हित जुड़े हुए हैं, हमारे सशस्त्र बलों को भी जुड़ना चाहिए. भारत के साथ रक्षा-औद्योगिक साझेदारी की दिशा में अधिक निवेश आगे बढ़ने का रास्ता है. मजबूत रक्षा साझेदारी और संयुक्त सैन्य क्षमताएं भारत-अमरीका संबंधों की आधारशिला हैं.”
अमरीकी रक्षा मंत्री ने कहा कि दोनों देशों के समक्ष इस बात की चुनौतियां हैं कि हम अपने समक्ष मौजूद अवसरों का लाभ उठाएं.
उन्होंने जोर देकर कहा, “हमारे सरकारों के अंदर व्याप्त नौकरशाहों की लाल फीताशाही हमारी साझेदारी और पहल को बाधित न करने पाए.”
हेगल ने दोनों देशों के बीच 10 वर्षीय रक्षा समझौते की अवधि अगले वर्ष समाप्त होने पर ध्यान दिलाते हुए कहा कि वह अगले रक्षा रणनीति समझौते के लिए अगली बैठक पर विचार कर रहे हैं.
दक्षिण एशिया में भारत की बढ़ती भूमिका पर हेगल ने कहा, “दक्षिण एशिया से लेकर प्रशांत महासागर तक सुरक्षा को लेकर भारत की बढ़ती भूमिका को देखते हुए अमरीका भारत के शांति प्रयासों का समर्थन एवं सहयोग करता रहेगा.”
अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में साम्य स्थापित करते हुए हेगल ने कहा कि यह कोई संयोग नहीं है कि एक चाय विक्रेता भारत का प्रधानमंत्री बनता है और एक छोटे केन्याई परिवार में पैदा हुआ बच्चा अमरीकी राष्ट्रपति बनता है.
उन्होंने दक्षिण एशियाई देशों के नेताओं को अपने शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की. उन्होंने कहा, “शपथ ग्रहण समारोह में दक्षेश नेताओं को आमंत्रित कर प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान के साथ बेहतर संबंधों का संकेत दिया.”
हेगल ने कहा कि अमरीका अफगानिस्तान में शांति स्थापना में भारत के हित को समझता है और क्षेत्रीय सुरक्षा में उसकी सहायता लेगा.
हेगल ने रक्षा सहयोग के मामले में कहा कि ऐसे कई प्रस्ताव हैं जो भारत को प्रौद्योगिकी और उत्पादन विशेषज्ञता हस्तांतरित करेंगे. इनमें जवोलिन टैंक रोधी मिसाइल के सहउत्पादन और सहविकास की भारत-अमरीका की एक योजना शामिल है.
प्रधानमंत्री मोदी के प्रस्तावित अमरीकी दौरे पर हेगल ने कहा कि राष्ट्रपति ओबामा सितंबर के अंत में इस शिखर बैठक के लिए अत्यंत उत्सुक हैं.
हेगल तीन दिवसीय दौरे पर गुरुवार को नई दिल्ली पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा एवं वित्त मंत्री अरुण जेटली तथा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों पर शुक्रवार को बातचीत की.