अमरीका-यूरोपीय संघ ने ईरान से प्रतिबंध हटाया
वाशिंगटन | समाचार डेस्क: अमरीका तथा यूरोपीय संघ द्वारा ईरान से आर्थिक प्रतिंबध हटाना शुरु कर दिया गया है. ऐसा ईरान द्वारा विवादित परमाणु कार्यक्रम में कटौती के ठोस कदम उठाने के बाद किया जा रहा है. खबरों के अनुसार अमरीका के विदेश मंत्री ने इस ढिलाई को मंजूरी दे दी, जिसके तहत ईरान के तेल निर्यात, वित्तीय लेन-देन और सोने तथा अन्य रत्नों के व्यापार पर लगे प्रतिबंधों में आंशिक ढिलाई दी गई है.
यूरोपीय संघ के विदेशी मामलों के परिषद ने सोमवार को ईरान पर लगाए गए कुछ प्रतिबंधों को छह माह तक हटाने का फैसला किया. खबरों के अनुसार यूरोपीय संघ ने भी ईरान द्वारा उसके मौजूदा ग्राहकों को कच्चे तेल की बिक्री के संदर्भ में बीमा और परिवहन के प्रावधानों पर लगाए गए प्रतिबंध को हटा लिया है. इसके साथ ही ईरानी पेट्रोकेमिकल उत्पादों और संबद्ध सेवाओं के आयात, खरीद या परिवहन पर लगाए गए प्रतिबंध को भी अस्थायी तौर पर हटा लिया गया है.
अमरीका के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वाशिंगटन अपने साझेदारों और तेहरान के साथ वित्तीय चैनल स्थापित करने के लिए काम कर रहा है ताकि ईरान मानवीय आर्थिक लेन-देन और चिकित्सा खर्च, विदेश में पढ़ने वाले ईरानी छात्रों के शिक्षण शुल्कों तथा ईरान के संयुक्त राष्ट्र संबंधी देनदारियों का भुगतान कर सके.
वहीं यूरोपीय संघ ने जहाजों के प्रावधान पर लगाया गया प्रतिबंध भी हटा लिया, ताकि ईरानी कच्चे तेल और पेट्रोकेमिकल उत्पादों का परिवहन हो सके. छह महीने की यह ढिलाई ईरान के पेट्रोकेमिकल निर्यात में संलग्न गैर अमरीकी लोगों, सोने और अन्य रत्नों के कुछ निश्चित व्यापारों और ईरान के वाहन क्षेत्र से संबंधित वस्तु और सेवाओं पर भी लागू होगी.
ह्वाइट हाउस ने कहा कि यह ढिलाई ईरान द्वारा एक अंतरिम समझौते को लागू करने के लिए उठाए गए ठोस कदम के एवज में दी गई है, जिस पर नवंबर में ईरान तथा छह विश्व शक्तियों अमरीका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, चीन और जर्मनी में सहमति बनी थी. यूरोपीय संघ के फैसले में कहा गया, “ईरान के साथ वाजिब व्यापार को सुविधाजनक बनाने के लिए वित्तीय लेन-देन की सीमा को 10 गुणा बढ़ाया गया है.”
ह्वाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्नी ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की लिखित पुष्टि के हवाले से कहा कि ईरान ने 20 फीसदी संवर्धित यूरेनियम का उत्पादन रोक दिया है.
ईरान के एक परमाणु अधिकारी ने कहा कि उनके देश ने सोमवार को नतांज और फरदो परमाणु संवर्धन संयंत्रों में 20 फीसदी यूरेनियम संवर्धन स्थगित कर दी है. ऐसा नवंबर में जेनेवा में हुए अंतरिम परमाणु समझौते में तय की गई बाध्यताओं को लागू करने के लिए किया गया है.