अमरीकी कूटनीति अपरिपक्व: जेटली
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: भाजपा नेता उरुण जेटली ने कहा है कि अमरीका अपरिपक्व कूटनीति कर रहा है. अरुण जेटली शुक्रवार को अमरीकी सरकार द्वारा मोदी को वीजा न दिये जाने के मुद्दे पर पलट वार कर रहे थे. अमरीकी विदेश विभाग ने गुरुवार को कहा था कि “हमारी वीजा नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है. मोदी को वीजा आवेदन की अनुमति तथा अन्य आवेदकों की तरह इस पर किए जाने वाले विचार के लिए इंतजार करने को कहा गया था.”
भाजपा के राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने आगे कहा कि मेरा मानना है कि मोदी को अमरीकी वीजा के लिये आवेदन नहीं करना चाहियें. गौरतलब है कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2005 में अमरीकी वीजा न दिये जाने के बाद से दुबारा वीजा के लिये आवेदन नहीं किया है. इसके बावजूद अमरीकी विदेश विभाग बार-बार बयान देता रहता है कि मोदी को आम नागरिक की तरह वीजा का आवेदन करना चाहियें. इसी कारण अरुण जेटली ने अमरीकी कूटनीति को अपरिपक्व करार दिया है.
ज्ञात्वय रहे कि अहमदाबाद की एक अदालत ने विशेष जांच दल द्वारा बंद कर दिए गए मामले के खिलाफ दायर की गई याचिका को खारिज कर दिया. इस बीच, न्यूयार्क टाइम्स ने अदालत के फैसले और मोदी पर एक महिला की जासूसी के लगे आरोप की जांच कराने संबंधी खबर प्रकाशित कर इसे ‘विक्टरी एंड सेटबैक फार इंडियन आपोजिशन लीडर’ शीर्षक दिया है.
इसके मुताबिक, “मोदी की गंभीर छवि उनके व्यक्तित्व का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसलिए यह मामला संभवत: मोदी की बढ़ती लोकप्रियता को कम नहीं कर पाएगा. साथ में लाए गए इस मामले ने यह दिखाया कि क्यों उन पर इतनी असहमति है.”
एक अन्य समाचार पत्र वॉल स्ट्रीट जनरल में लिखा गया है कि अदालत का फैसला 2014 संसदीय चुनाव से पहले मोदी के आलोचकों को कमजोर करेगा. इसके मुताबिक, ” संभवत: मई में होने वाले आम चुनाव से कुछ महीने पहले गुरुवार का आया फैसला सत्तारूढ़ पार्टी सहित अन्य आलोचकों को कमजोर करेगा, जो मोदी को मुस्लिम विरोधी कहते हुए वृहद और विविधता भरे देश की सरकार बनने के लिए अनुपयुक्त मानता है.”