सिख विरोधी दंगों में एंग्री यंगमैन!
लॉस ऐंजिलिस | समाचार डेस्क: सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को 1984 के सिख विरोधी दंगों का खलनायक बनाने की कोशिश की जा रही है. बालीवुड के शिखर पुरुष अमिताभ बच्चन को अमरीकी कोर्ट ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के सिलसिले में समन जारी किया है. अमरीका के लॉस ऐंजिलिस कोर्ट ने अमिताभ बच्चन को यह समन उनके सिख विरोधी दंगाईयों को कथित तौर पर भड़काने के लिये जारी किया गया है. गौरतलब है कि 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी को उनके ही दो सिख सुरक्षा कर्मियों द्वारा गोलियों से भून देने के बाद उनकी दिल्ली के एम्स अस्पताल में मौत हो गई थी. जिसके बाद देशभर में सिखों के विरुद्ध दंगा भड़क उठा था. अमरीका के सिखों के संगठन सिख फॉर जस्टिस का आरोप है कि उस समय अमिताभ बच्चन ने कथित तौर पर दंगाईयों को खून का बदला खून से लेने की बात कही थी. सिख फॉर जस्टिस के कानूनी सलाहकार गुरपतवंत सिंह पन्नुन ने अनुसार, ” अमिताभ बच्चन जो उस वक्त गांधी परिवार के काफी करीबी थे, 31 अक्टूबर 1984 को दिल्ली में एम्स के बाहर आए और वहां मौजूद भीड़ को भड़काया. ” उन्होंने अमिताभ बच्चन पर आरोप लगाया है कि “पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद अमिताभ बच्चन, खून का बदला खून से लेंगे, ये नारा लगाकर दंगा भड़का रहे थे.”
अमरीका के लॉस ऐंजिलिस के फेडरल कोर्ट ने भारतीय फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन को 21 दिनों के अंदर जवाब देने को कहा है. जाहिर सी बात है कि सिख दंगों के करीब 30 साल बाद अमिताभ बच्चन पर लगाया गया आरोप अपने आप में गंभीर है तथा इससे बिग बी अमिताभ बच्चन के इमेज को धक्का पहुंचता है. उल्लेखनीय है कि अमिताभ बच्चन ने पूर्व में ही ऐसे आरोंपो को खारिज कर दिया था. उस समय उन्होंने अकाल तख्त को चिठ्ठी लिखकर बताया था कि खुद उसके नाना-नानी सिख थे.
1984 के दौर में अमिताभ बच्चन का गांधी परिवार के साथ निकटता का संबंध था. इतना भी तय है कि अमिताभ बच्चन इंदिरा गांधी को गोली लगने के बाद दिल्ली के एम्स अस्पताल गये होगें परन्तु इस पर विश्वास करना मुश्किल है कि फिल्मों के एंग्री यंगमैन अमिताभ बच्च्न ने निजी जिंदगी में भी ऐसा गुस्सा दिखाया होगा.
जबकि इस मामले में मुख्य गवाह जगदीश कौर ने पिछले साल अमिताभ बच्चन पर आरोप लगाया था, “जब मैंने दूरदर्शन पर लाइव प्रसारण देखा था तो अमिताभ ‘खून का बदला खून से लेंगे” कहकर दंगाईंयों को उसका रहें थे. गौरतलब है कि भारत में भी कभी अमिताभ बच्चन से इस मामले को लेकर पूछताछ नहीं हुई है जबकि कई दंगाईयों को सजा सुनाई जा चुकी है.