आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो: मून
संयुक्त राष्ट्र | एजेंसी: बान की-मून ने पाकिस्तान में हुए आतंकवादी हमले में 132 बच्चों सहित 148 लोगों की मौत के बाद दुनिया के सभी देशों से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया है. उन्होंने यह भी कहा कि वह इस पर भी विचार कर रहे हैं कि चरमपंथ से मुकाबले में पाकिस्तान को किस प्रकार की सहायता प्रदान की जाए.
मून ने साल के आखिर संवाददाता सम्मेलन में बुधवार को कहा कि आतंकवाद एक समस्या है, जो तेजी से कई देशों में फैलती जा रही है. इससे प्रभावित लोगों की मदद करने की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा, “यह बेहद महत्वपूर्ण है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय सभी संसाधनों व राजनीतिक इच्छाशक्ति के साथ आतंकवाद से मुकाबले के लिए एकजुट हो और आतंकवाद तथा चरमपंथ से प्रभावित देशों को इससे लड़ने में मदद करे.”
मून ने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय समुदाय आतंकवाद तथा चरमपंथ के फैलते खतरे से अच्छी तरह वाकिफ है. हमने पाकिस्तान, अफगानिस्तान, नाइजीरिया, सोमालिया सहित कई अन्य देशों में इसका वीभत्स रूप देखा है.”
पाकिस्तान के पेशावर में स्कूल पर हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने आतंकवाद से मुकाबले के लिए इस वैश्विक संस्था के राजनीतिक मामलों के विभाग के अंतर्गत आतंकवाद निरोधक केंद्र बनाए जाने का भी जिक्र किया.
उन्होंने कहा, “हम अब ऐसे देशों को लेकर अधिक सक्रिय हैं, जहां आतंकवाद और चरमपंथ का खतरा है. हम सदस्य राष्ट्रों की आतंकवाद से लड़ने की क्षमता को मजबूत बनाने के लिए उन्हें हरसंभव मदद की कोशिश करेंगे.”
आगामी साल 2015 के बारे में मून ने कहा, “हम अगले साल संयुक्त राष्ट्र की 70वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं. यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम सभी के विकास तथा अच्छे भविष्य को लेकर लोगों की उम्मीदों पर खतरा उतरें.”
उन्होंने कहा कि नए साल में कुछ मामलों पर निश्चित रूप से वैश्विक कदम उठाए जाने चाहिए. नए साल में संयुक्त राष्ट्र प्राथमिकतााएं गिनाते हुए उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन पर एक नए एजेंडा तथा समझौते पर पहुंचना, सीरिया में जारी संघर्ष को समाप्त करना तथा ऐसी किसी अन्य स्थिति को टालना, चरमपंथ के साथ-साथ ऐसी धुर दक्षिण पंथी राजनीतिक पार्टियों से मुकाबला करना उसकी शीर्ष प्राथमिकताओं में है, जो अल्पसंख्यकों, प्रवासियों तथा खासकर मुसलमानों को निशाना बनाते हैं.