सत्ता के 2 केंद्र अच्छे: मनमोहन
नई दिल्ली | एजेंसी: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन में सत्ता के दो केंद्र की वजह से बेहतर काम काम हुआ. इससे कांग्रेस पार्टी और प्रधानमंत्री अथवा सरकार के बीच संबंधों में कहीं से भी कड़वाहट नहीं रही.
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे कई अवसर आए, जब सरकार के किसी कदम से कांग्रेस पार्टी सहमत नहीं थी, लेकिन वह इसे ‘नुकसान’ रूप में नहीं देखते.
संप्रग में सत्ता के दो केंद्र होने के सवाल पर उन्होंने कहा, “एक ऐसी व्यवस्था में जहां कांग्रेस अध्यक्ष और प्रधानमंत्री एक ही व्यक्ति नहीं था, उन स्थितियों में हमने बेहतर काम किया. मेरे लिए यह महत्वपूर्ण उपलब्धि है कि मैं प्रधानमंत्री के रूप में 10 वर्ष का कार्यकाल कांग्रेस पार्टी और प्रधानमंत्री या सरकार के बीच बगैर किसी अड़चन के पूरा करने जा रहा हूं.”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ उन्होंने कई अवसरों पर बेहतर कार्य किया है. कई कठिन चुनौतियों को हल करने के दौरान उनके समर्थन ने महत्वपूर्ण कार्य किया. कई अवसरों पर पार्टी से मतभेद भी हुआ और सरकार ने उन मुद्दों पर दोबारा विचार किया. अगर पार्टी नेतृत्व का सुझाव राष्ट्रहित में है तो उसमें सुधार करने में कोई बुराई नहीं दिखती.
उल्लेखनीय है कि पिछले साल सितंबर में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दागी जनप्रतिनिधियों को बचाने के लिए लाए गए अध्यादेश पर तीखी टिप्पणी की थी, जिसके बाद सरकार ने उसे वापस ले लिया था. जबकि अध्यादेश को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी थी.