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श्रीनिवास की हत्या की ट्रंप ने की निंदा

वॉशिंगटन | समाचार डेस्क: अमरीकी राष्ट्रपति ने भारतीय इंजीनियर की हत्या की निंदा की है. अमरीका के कैंसस प्रांत के एक रेस्टोरेंट में भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास को नस्ली नारे के साथ गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. गोली चलाते समय हत्यारे ने चीखकर कहा था, ” मेरे देश से बाहर निकलो.” भारतीय इंजीनियर की हत्या पर हिलेरी क्लिंटन ने भी डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधा था. उन्होंने इस मामले में ट्रंप की चुप्पी पर सवाल उठाये थे. मंगलवार को डोनाल्ड ट्रंप ने अणरीकी कांग्रएस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुये भारतीय इंजीनियर की हत्या की निंदा की.

ट्रंप का संबोधन-

अमरीका को फिर से महान बनाने और ‘अमरीका फर्स्ट’ की नीति का समर्थन करने के साथ-साथ ट्रंप ने अपने इस संबोधन में इमिग्रेशन पॉलिसी में प्रस्तावित बदलावों का भी कई तरीके से बचाव किया. साथ ही, उन्होंने इस्लामिक स्टेट को भी बर्बाद करने का संकल्प जताया. कैंसस में एक अमरीकी श्वेत नागरिक द्वारा कथित तौर पर ‘आतंकवादी’ और ‘मेरे देश से बाहर चले जाओ’ कहकर गोली मार दिये गये भारतीय इंजिनियर श्रीनिवास कूचिबोतले की हत्या पर भी राष्ट्रपति ट्रंप ने संवेदना जताई.

ट्रंप ने इस घटना की निंदा भी की, लेकिन दूसरी तरफ वह बार-बार अर्थव्यवस्था सुधारने, बेरोजगारी खत्म करने और आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए अपनी इमिग्रेशन नीति का समर्थन करते भी नजर आए. ट्रंप ने कहा कि वह इमिग्रेशन नीतियों को और सख्त बनायेंगे.

अमरीका को फिर से महान बनाने की बात करते हुए ट्रंप ने कहा, ‘अमरीका को चाहिये कि वह अपने नागरिकों को सबसे पहले रखे. ऐसा करके ही हम अमरीका को एक बार फिर महान बना सकते हैं.’

उन्होंने कहा, ‘अमरीकी सामान खरीदो, अमरीकी नागरिकों को नौकरी दो.’ संसद के इस संयुक्त सत्र का एक अहम पल वह भी था जब सभी सांसदों ने कैंसस गोलीबारी में मारे गये भारतीय इंजिनियर को श्रद्धांजलि देते हुये एक मिनट का मौन रखा. हाल में अमरीका के कई हिस्सों में यहूदी केंद्रों पर हुए हमलों की भी राष्ट्रपति ट्रंप ने निंदा की. उन्होंने कहा कि नफरत के खिलाफ पूरा अमरीका एकजुट है.

वहीं, अपनी विवादित इमिग्रेशन नीति का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि सख्त इमिग्रेशन कानून बनाने और सीमाओं को और सुरक्षित करने का असर अमरीकी नागरिकों की जिंदगी पर पड़ेगा और उनकी स्थिति बेहतर होगी.

राष्ट्रपति ने कहा, ‘अमरीका को कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवाद के खतरे से सुरक्षित करने के लिए प्रशासन ने ये कदम उठाये.’ ट्रंप ने कहा कि इमिग्रेशन नीतियों में बदलाव करने से अमरीका में बेरोजगारी घटेगी और लोगों को बेहतर वेतन मिलेगा.

राष्ट्रपति ने कहा, ‘ऐसी जगह से लोगों को अपने देश में आने देना जहां उनके जांच-पड़ताल की कोई व्यवस्था नहीं होती, दया और परोपकार नहीं है, बल्कि यह तो लापरवाही है.’

ट्रंप ने अपने संबोधन में कई बार अमरीका में फैली बेरोजगारी का जिक्र किया. अमरीकी अर्थव्यवस्था उनके इस संबोधन में अहम मुद्दा बनकर उभरा. उन्होंने अमरीकी कंपनियों के ऊपर लगने वाले ऊंचे टैक्स दरों पर सवाल उठाते हुये कहा कि स्वदेशी कंपनियों को कारोबार करने में सहूलियत देने के साथ-साथ उन्हें टैक्स में भी राहत देनी चाहिये.

ट्रंप ने कहा, ‘मैं फ्री ट्रेड का समर्थन करता हूं, लेकिन इसे फेयर ट्रेड भी होना चाहिये. अगर हम अपने बाजार को सुरक्षा नहीं देंगे, तो यह हमारी अर्थव्यवस्था के लिए सही नहीं होगा.’ साथ ही, ट्रंप ने अमरीकी शिक्षा व्यवस्था में भी बदलाव लाये जाने की बात की. उन्होंने कहा कि बेहतर शिक्षा हासिल कर अच्छी नौकरी पाना हर किसी का अधिकार है.

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